North Korea: उत्तर कोरिया की नौसेना का महाविध्वंसक युद्धपोत बुधवार को लॉन्चिंग के समय ही क्षतिग्रस्त हो गया था, जिसके बाद नार्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग के उन ने अधिकारियों के प्रति कड़ी नाराजगी जाहिर की है. इस दौरान उन्होंने कहा कि ये घटना आपराधिक लापरवाही के कारण हुई है.
वहीं, अब खबर आई है कि इस विध्वंसक युद्धपोत के क्षतिग्रस्त होने के लिए जिम्मेदार लोगों की गिरफ्तारी की प्रक्रिया शुरू हो गई है. ऐसे में उससे संबंधित अधिकारियों पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है. इस बात की जानकारी शुक्रवार को उत्तर कोरिया के अधिकारियों द्वारा ही दी गई.
किम जोंग ने इन लोगों को ठहराया दोषी
रिपोर्ट के अनुसार, केंद्रीय सैन्य आयोग ने इस मामले में चोंगजिन शिपयार्ड के प्रबंधक को तलब किया है. दरअसल, उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग ने इस घटना के लिए सैन्य अधिकारियों, वैज्ञानिकों और शिपयार्ड संचालकों को दोषी ठहराया है.
कैसे हुआ हादसा?
बता दें कि उत्तर कोरिया लगातार का अपने सैन्य शाक्तियों का विस्तार कर रहा है. ऐसे में किम जोंग उन देश के खिलाफ खतरों से निपटने के लिए बड़े युद्धपोत चाहते हैं और इसी सिलसिले में बुधवार को उत्तर कोरिया की नौसेना के लिए 5,000 टन के विध्वंसक युद्धपोत का उद्घाटन किया जाना था. लेकिन युद्धपोत पानी में उतरते समय ही रैंप से फिसलकर फंस गया, जिससे उसका संतुलन बिगड़ गया और उसका निचला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया.
कब तक सही हो जाएगा युद्धपोत?
हालांकि उत्तर कोरियाई मीडिया के अनुसार, युद्धपोत को कोई गंभीर नुकसान नहीं हुआ है. इसे कुछ दिनों में ठीक किया जा सकता है. वहीं, किम जोंग ने भी जून के अंत में होने वाली वर्कर्स पार्टी की हाई लेवल बैठक से पहले इस युद्धपोत को सही करने का आदेश दिया है. इसके अलावा सैन्य आयोग ने भी कहा है कि युद्धपोत की स्थिति चाहे कितनी भी बेहतर हो लेकिन ये सच्चाई नहीं बदल सकती कि ये हादसा एक अक्षम्य आपराधिक कृत्य है, ऐसे में इसके जिम्मेदार लोग अपनी जिम्मेदारी से कभी बच नहीं सकते.
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