Operation Spider Web: यूक्रेन ने रविवार को रूस पर अबतक का सबसे बड़ा हमला किया है. उसने रूस में करीब चार हजार किलोमीटर अंदर जाकर हमला किया, जिससे रूस के 41 बॉम्बर्स तबाह हो गए हैं. यूक्रेन की ओर से किए गए इस हमले के बाद रूस को अमेरिका याद आ रहा है. दरअसल, यूक्रेन के ऑपरेशन स्पाइडर वेब के कारण रूसी हवाई अड्डों में तबाही के बाद सर्गोई लावरोव ने लावरोव ने रुबियो से फोन पर बात की.
इसी बीच रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा कि कुर्स्क और ब्रांस्क की घटनाओं की जांच के नतीजे जल्द ही सार्वजनिक किए जाएंगे. इसके साथ ही दोषियों को कड़ी सजा भी दी जाएगी. सर्गोई लावरोव से बातचीत के दौरान रुबियो ने हादसे के पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना भी व्यक्त की.
रुबियो ने दोहराया ट्रंप का आह्वान
वहीं, अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने अपने एक बयान के जरिए बताया कि रूस के अनुरोध पर विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने आज रूसी विदेश मंत्री लावरोव से बात की. इस दौरान उन्होंने स्थायी शांति हासिल करने और रूस-यूक्रेन के बीच सीधी बातचीत जारी रखने के राष्ट्रपति ट्रंप के आह्वान को दोहराया.
रूस ने जारी किया अलग ही बयान
जबकि रूस के विदेश मंत्रालय ने एक अलग बयान जारी किया. उसने बताया कि रूस और अमेरिका के बीच हुई इस बातचीत में “यूक्रेन संकट से जुड़ी स्थिति पर चर्चा की गई”. एसवी लावरोव और एम रुबियो ने यूक्रेन संकट के समाधान से संबंधित विभिन्न पहलों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया, जिसमें 2 जून को इस्तांबुल में प्रत्यक्ष रूसी-यूक्रेनी वार्ता फिर से शुरू करने की योजना भी शामिल है. इसके साथ ही रुबियो ने यूक्रेन की सीमा से लगे रूस के दो अलग-अलग क्षेत्रों में दो पुलों के ढहने से हुई मौतों पर संवेदना व्यक्त की.
पुल ढहने से सात लोगों की मौत
बता दें कि रूसी अधिकारियों के मुताबिक, शनिवार को रूस में दो पुलों के ढह जाने के सात लोगों की मौत हो गई जबकि 69 लोग घायल हुए थें. वहीं, रूस और अमेरिका के बीच यह वार्ता ऐसे समय में हुई है, जब यूक्रेन ने रूस में नाटकीय ढंग से कई हमले किए हैं, जिसमें उसने पूर्वी साइबेरिया में सामरिक हवाई अड्डों पर हमला करने के लिए देश के भीतर ट्रकों में छिपाकर ड्रोन तैनात किए थे.
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