Parvathaneni Harish: सयुंक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि पार्वथनेनी हरीश ने फिलिस्तीन को लेकर एक बहस के दौरान सुरक्षा परिषद को बताया कि भारत पश्चिम एशिया में शांति और स्थिरता देखना चाहता है और इसके लिए सभी संबंधी हितकारको के साथ मिलकर काम करने को तैयार है. इसके साथ ही उन्होंने युद्ध विराम तथा बंधको की रिहाई की अपनी मांग को भी दोहराया.
इजरायल-फिलिस्तीन दोनों के साथ भारत के अच्छे संबंध
दरअसल, भारत ऐसा देश है, जिसका इजरायल और फिलिस्तीन दोनों के साथ घनिष्ठ संबंध हैं. इस दौरान पी. हरीश ने बिना नाम लिए ही हमास द्वारा इजरायल पर किए गए आतंकवादी हमले की निंदा की. साथ ही इजरायल की ओर से आतंकवादी हमले के प्रतिशोध में शुरू किए गए अभियान को पुनः शुरू करने के बाद से हुई पीड़ा के बारे में बात की.
किसी भी संघर्ष में सबसे ज्यादा हताहत…
पी. हरीश ने कहा कि “आतंकवाद अस्वीकार्य है, चाहे शिकायत कुछ भी हो, इसका समाधान केवल शांतिपूर्ण तरीकों से ही किया जाना चाहिए.” उन्होंने कहा कि भारत 7 अक्टूबर, 2023 को हुए आतंकवादी हमलों की निंदा करने वाले देशों की लिस्ट में शामिल था. अस्थायी युद्ध विराम के समाप्त होने के बाद, ‘दुर्भाग्यवश, ऑपरेशन पुनः शुरू हो गए हैं’ और ‘महिलाओं और बच्चों सहित नागरिक, किसी भी संघर्ष में सबसे ज्यादा हताहत होते हैं.
संघर्ष समाप्त करने का मात्र एक रास्ता…
उन्होंने आगे कहा कि “भारत सभी संबंधित पक्षों से हिंसा छोड़ने, बंधकों को रिहा करने तथा वार्ता के रास्ते पर आगे बढ़ने का आह्वान करता है, जिससे सभी लोग सामान्य जीवन जी सकें. संघर्ष को समाप्त करने के लिए वार्ता और कूटनीति ही एकमात्र रास्ता है तथा इजरायल और फिलिस्तीन को संप्रभु राष्ट्र के रूप में एक साथ रहने का द्वि-राज्य समाधान “स्थायी और सतत शांति” का सूत्र है.
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