PM Modi in Cyprus: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को ऑपरेशन सिंदूर के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा के दौरान सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में साइप्रस के निरंतर समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया. इसके साथ ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के लिए भारत की दावेदारी के समर्थन के लिए भी धन्यवाद दिया.
पीएम मोदी ने निकोसिया में द्विपक्षीय बैठक के बाद साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलिडेस के साथ एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में साइप्रस के निरंतर समर्थन के लिए हम आभारी हैं. आतंकवाद, ड्रग्स और हथियारों की तस्करी को रोकने के लिए, हमारी एजेंसियों के बीच वास्तविक समय की सूचना के आदान-प्रदान के लिए एक तंत्र विकसित किया जाएगा.
इजरायल-ईरान युद्ध का भी उठाया मुद्दा
इस दौरान पीएम मोदी ने इजरायल और ईरान के बीच चल रहे युद्ध का भी मुद्दा उठाया. उन्होंने अपनी प्रसिद्ध उक्ति दोहराते हुए कहा कि यह युद्ध का युग नहीं है. इस बातचीत में पीएम मोदी ने इजरायल-ईरान युद्ध का नाम लिए बैगर पश्चिम एशिया और यूरोप में चल रहे संघर्षों पर चिंता व्यक्त की और कहा कि हमारा मानना है कि यह युद्ध का युग नहीं है.
यूएन में स्थायी सदस्यता के लिए भी साइप्रस को दिया धन्यवाद
प्रधानमंत्री मोदी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता के लिए समर्थन देने के लिए साइप्रस को धन्यवाद दिया. संयुक्त राष्ट्र को और अधिक समसामयिक बनाने के लिए आवश्यक सुधारों पर हम समान विचार रखते हैं. हम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के लिए भारत की दावेदारी का समर्थन करने के लिए साइप्रस के आभारी हैं.
बता दें कि साइप्रस ने उन देशों में से एक है, जिसने UNSC में भारत की दावेदारी का स्पष्ट और खुले तौर पर समर्थन करते हैं. हालांकि अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस जैसी प्रमुख शक्तियों ने भी यूएन में भारत की उम्मीदवारी का समर्थन किया है, जबकि चीन अभी असमंजस में पड़ा हुआ है.
इसे भी पढें:-विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यूएई के उप-प्रधानमंत्री से की बात, पश्चिम एशिया में तनाव की स्थिति पर जाहिर की चिंता