Washington: अमेरिका में विपक्षी सांसद एक कार में भारत के पीएम मोदी व रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की सेल्फी देख ट्रंप पर भडक उठी. इस सेल्फी को लेकर अमेरिकी प्रतिनिधि सिडनी कामलागर-डोव ने कहा कि ये महज एक तस्वीर नहीं है बल्कि यह हजारों शब्द कहती कहानी है. उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप की दवाब डालने वाली नीतियों की एक कीमत होती है.
मोदी और पुतिन की ये सेल्फी पोस्ट हजारों शब्द कहती है
अमेरिकी प्रतिनिधि सिडनी कामलागर-डोव ने यह भी कहा कि भारत को लेकर ट्रंप की नीतियों को सिर्फ हमारी नाक काटने के लिए हमारी बेइज्जती करना कहा जा सकता है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन की ये सेल्फी पोस्ट हजारों शब्द कहती है. उन्होंने कहा कि हमें इस सरकार की से ओर भारत-अमेरिका साझेदारी को हुए नुकसान को कम करने और अमेरिका की तरक्की, सुरक्षा और ग्लोबल लीडरशीप को लिए जरूरी सहयोग के लिए बहुत काम करने की आवश्यकता है.
टैरिफ चुनौतियों की ओर इशारा
इसी कार्यक्रम के दौरान US प्रतिनिधि प्रमिला जयपाल ने ट्रेड बैरियर और इमिग्रेशन पॉलिसी पर चिंता जताई जो इंडिया-US इकोनॉमिक और पीपल-टू-पीपल रिश्तों पर असर डाल रही हैं. जयपाल ने दोनों देशों पर असर डाल रही मौजूदा टैरिफ चुनौतियों की ओर इशारा किया और बिजनेस और कंज्यूमर पर इसके नतीजों पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि हम भी टैरिफ को लेकर चुनौतियों का सामना कर रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि अमेरिका की ओर से लगाए गए टैरिफ भारतीय अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा रहे हैं.
ज़्यादातर भारतीय सामानों पर 50 परसेंट टैरिफ
अमेरिका ने पहले अगस्त 2025 में ज़्यादातर भारतीय सामानों पर 50 परसेंट टैरिफ लगाया था क्योंकि बड़े ट्रेड विवाद और भारत द्वारा रूसी तेल खरीदने की चिंताएं थीं. ट्रंप की नई चेतावनी ने पहले से ही मुश्किल बातचीत में नई अनिश्चितता जोड़ दी है जिससे दोनों देशों के बीच और ट्रेड टकराव का खतरा बढ़ गया है. बता दें कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाल में ही भारत की यात्रा की थी. पुतिन की ये दो दिवसीय भारत की यात्रा वैश्विक स्तर पर काफी चर्चा में रही. इस दौरान पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन ने कार में एक साथ यात्रा की और एक काल सेल्फी भी ली थी.
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