Russia-Ukraine War : यूक्रेन युद्ध को लेकर अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने कहा कि अमेरिका ही एकमात्र ऐसा देश है जो रूस और यूक्रेन के युद्ध को रूकवा सकता है. उन्होंने ये भी कहा कि धरती पर सिर्फ एक ही देश है और एक ही ऐसी संस्था है जो असल में दोनों पक्षों से बात कर सकती है. जो दोनों देशों के बीच युद्ध को शांति से खत्म करने का कोई तरीका है या नहीं और वह यूनाइटेड स्टेट्स है. इसे लेकर रूबियो का कहना है कि वॉशिंगटन ने इस कोशिश में काफी समय और सीनियर लेवल की भागीदारी लगाई है.
इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने यूक्रेन युद्ध पर किसी भी दूसरे विषय से ज्यादा मीटिंग्स की हैं, साथ ही यहां तक कि ट्रेड से भी ज्यादा मीटिंग्स की हैं. ऐसे में इस बात पर उन्होंने जोर देते हुए कहा कि अमेरिका कोई समझौता थोपना नहीं चाहता. जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि यह इस बारे में है कि दोनों पक्ष क्या उम्मीद करते हैं और उन्हें क्या चाहिए और दोनों पक्ष बदले में क्या देने के लिए तैयार हैं.
समझौते के लिए दोनों पक्षों को साथ आना आवश्यक
रूबियो ने कहा कि आने वाले समय में किसी भी तरफ से सरेंडर होता नहीं दिख रहा है, ऐसे में सिर्फ बातचीत से ही युद्ध को खत्म करने का मौका मिल सकता है. इस मामले को लेकर उनका कहना है कि ऐसे समझौते के लिए दोनों पक्षों को साथ आना होगा और आखिरी फैसले लड़ने वाले पक्षों पर निर्भर करेंगे. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि यह फैसला यूक्रेन और रूस का होगा. अमेरिका का नहीं.
रूस ने यूक्रेन पर किया था हमला
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, फरवरी 2022 में रूस ने यूक्रेन पर हमला किया था और उसी के बाद से दूसरे विश्व युद्ध के बाद यूरोप का सबसे बड़ा संघर्ष शुरू हो गया. इसके साथ ही इस युद्ध में कीव को पश्चिमी देशों से बड़े पैमाने पर मिलिट्री, फाइनेंशियल और डिप्लोमेटिक मदद मिली है, बता दें कि इस संघर्ष ने ग्लोबल एनर्जी मार्केट, यूरोपीय सुरक्षा व्यवस्था को नया रूप दिया है, और वॉशिंगटन इस युद्ध को अंतरराष्ट्रीय नियमों की परीक्षा के तौर पर पेश कर रहा है.
इसे भी पढ़ें :- Pakistan: पाक के पूर्व PM इमरान खान और पत्नी बुशरा बीबी को 17 साल की सजा, जाने क्या है मामला

