Russia-Ukraine War: रूस का बड़ा दावा, यूक्रेन के एक और गांव पर किया कब्जा

Raginee Rai
Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Must Read
Raginee Rai
Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Russia-Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच तीन साल से जंग जारी है. इस बीच रूस ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि उसकी सेना ने पूर्वी यूक्रेन के दोनेत्‍स्‍क क्षेत्र में एक और गांव पर कब्‍जा कर लिया है. रूसी सेना ने कहा कि वह महत्‍वपूर्ण यूक्रेनी साजो-सामान केंद्र पोक्रोव्‍स्‍क के और करीब पहुंच गया है. हालांकि, रूस के दावे की स्वतंत्र तौर पर पुष्टि नहीं की जा सकी है कि उसकी सेना ने नोवोवासिलिव्का पर कब्ज़ा कर लिया है.

यूक्रेन के अधिकारियों का तत्‍काल कोई बयान सामने नहीं आया है. रूसी सेना महीनों से पोक्रोव्स्क और पास के चासिव यार जैसे प्रमुख दोनेत्स्क गढ़ों पर कब्जा करने की कोशिश में हैं, जंगलों और खेतों में अपना रास्ता बना रही हैं. साथ ही छोटी ग्रामीण बस्तियों को अपने कब्जे में ले रही हैं.

पोक्रोव्स्क से सिर्फ 11 किलोमीटर दूर रूसी सेना

बता दें कि नोवोवासिलिव्का गांव पोक्रोव्स्क से करीब 11 किमी दक्षिण पश्चिम में स्थित है. यूक्रेन के अधिकारियों ने कहा है कि रूस पोक्रोव्स्क को घेरने के लिए एक बड़ा अभियान चला रहा है. पोक्रोव्स्क एक प्रमुख सड़क और रेल केंद्र है, जहां से अग्रिम क्षेत्रों के विस्तृत हिस्से को आपूर्ति दी जाती है. चासिव यार एक रणनीतिक पर्वतीय चोटी है. शुक्रवार को यूक्रेन के जनरल स्टाफ ने कहा कि यूक्रेनी सैनिकों ने बीते 24 घंटों में पोक्रोव्स्क की ओर रूसी सेना के 71 हमलों को नाकाम कर दिया है. इसका मतलब है कि पूरे एक हजार किलोमीटर की अग्रिम रेखा पर रूस के लगभग आधे हमले पोक्रोव्स्क के नजदीक हुए.

अमेरिका में ट्रंप के आने से कमजोर पड़े जेलेंस्‍की

बता दें कि अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के राष्‍ट्रपति बनने से यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लादिमिर जेलेंस्की कमजोर पड़ गए हैं. डोनाल्‍ड ट्रंप ने सत्ता संभालने से पहले ही रूस-यूक्रेन युद्ध को रोकवाने और युद्ध के लिए यूक्रेन की मदद नहीं करने की घोषणा की थी. वहीं राष्‍ट्रपति का पदभार संभालते ही डोनाल्‍ड ट्रंप ने यूक्रेन को दी जाने वाली नई सहायता रोक दी. इससे यूक्रेन की सेना के हौसले भी पस्त होने लगे. इसका फायदा उठाकर रूसी सेना यूक्रेन पर पहले से ज्यादा हमलावर हो गई है.

ये भी पढ़ें :- लखनऊः तालाब में गिरी कार, हाईकोर्ट के दो अधिवक्ताओं की मौत, जांच में जुटी पुलिस

 

Latest News

सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में भारत की तेजी: 2030 तक 100-110 अरब डॉलर होगा चिप मार्केट

भारत का सेमीकंडक्टर चिप मार्केट तेजी से विस्तार कर रहा है और विशेषज्ञों के अनुसार यह 2030 तक 100–110 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है. सरकार द्वारा 2021 में शुरू किए गए सेमीकंडक्टर मिशन और विदेशी निवेश की पहलें इस उन्नति की नींव हैं. माइक्रोन जैसी कंपनियां भारत में सेमीकंडक्टर पैकेजिंग सुविधाएं स्थापित करने की योजना बना रही हैं, जिससे देश तकनीकी रूप से आत्मनिर्भर बनने की दिशा में अग्रसर है.

More Articles Like This