Shehbaz sharif: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ इस समय मलयेशिया के आधिकारिक दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने मलयेशिया के साथ साझा हितों वाले प्रोजेक्ट्स पर सहयोग की इच्छा जताई है. दिलचस्प बात ये है कि मलयेशियाई पीएम के साथ संयुक्त बयान जैसे गंभीर इवेंट को भी शरीफ ने मुशायरे में तब्दील कर दिया. जिसके लिए उनकी आलोचना हो रही है.
साझा बयान में हंसी मजाक करते नजर आए शहबाज शरीफ
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मलयेशिया के दो दिवसीय दौरे के दौरान रविवार को मलयेशियाई प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम के साथ द्विपक्षीय बैठक की. इस बैठक के बाद दोनों नेताओं ने संयुक्त साझा बयान जारी किया. इसी बीच पाकिस्तानी पीएम ने अल्लामा इकबाल का एक शेर सुनाया, जिसमें उन्होंने कहा कि ‘खुदी को कर बुलंद इतना कि हर तकदीर से पहले खुद बंदे से खुद पूछे बता तेरी रजा क्या है…’.
जिस वक्त पाकिस्तानी पीएम ये शेर सुना रहे थे, उस समय वहां मौजूद लोग अचरज भरी निगाहों से उन्हें देख रहे थे क्योंकि उन्हें पाकिस्तानी पीएम की बात समझ ही नहीं आ रही थी. वहीं, पाकिस्तानी पीएम ने इसका मतलब समझाने की बात कही तो मलयेशिया के पीएम ही बात को हंसकर टाल गए, जिससे पाकिस्तानी पीएम झेंप गए.
चर्चा में बना पाकिस्तानी पीएम का मलेशिया दौरा
आम तौर पर किसी नेता का विदेश दौरान किसी न किसी समझौते यह कोई मुद्दे के कारणा चर्चा में होता है, लेकिन पाकिस्तानी पीएम का मलयेशिया उनकी अजीब हरकतों के चलते चर्चा में बना हुआ है. इस दौरान जहां पहले वो मलयेशियाई पीएम के साथ संयुक्त प्रेसवार्ता में मुशायरा करते नजर आए, वहीं मलयेशियाई पीएम के साथ द्विपक्षीय बातचीत में फटे हुए कागज से पढ़कर अपना संबोधन देते दिखाई दिए. बता दें कि फटे कागज से पढ़ते हुए संबोधन देते हुए पाकिस्तानी पीएम कैमरों में कैद भी हुए, जिसके लिए उनका खूब मजाक भी बनाया जा रहा है.
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