‘इस्तीफा दें या महाभियोग का करें सामना’, दक्षिण कोरिया में मार्शल लॉ के मुद्दे पर घिरे राष्ट्रपति यून सुक-योल

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

South Korea: दक्षिण कोरिया की मुख्य विपक्षी पार्टी ने बुधवार को राष्ट्रपति यून सुक-योल से कहा कि वो पद से इस्तीफा दें नहीं तो उन्हें महाभियोग का सामना करना होगा. दरअसल, कुछ समय पहले सांसदों ने मार्शल लॉ को हटाने के पक्ष में मतदान किया था, जिसके बाद यून ने इसे खत्म कर दिया था.

हालांकि विपक्ष की मांग पर यून ने तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, लेकिन उनके कार्यालय का कहना है कि यून के वरिष्ठ सलाहकारों और सचिवों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा देने की पेशकश की है और राष्ट्रपति ने भी बुधवार की सुबह का अपना आधिकारिक कार्यक्रम स्थगित कर दिया है.

संसद में बहुमत रखती है डेमोक्रेटिक पार्टी

दरअसल, मंगलवार की रात अचानक यून ने मार्शल लॉ लागू कर दिया, जो केवल छह घंटे तक ही प्रभावी रहा, क्योंकि ‘नेशनल असेंबली’ ने राष्ट्रपति के फैसले को खारिज करने के पक्ष में मतदान किया. वहीं, कैबिनेट की बैठक के दौरान सुबह साढ़े चार बजे के आसपास इस घोषणा (मार्शल लॉ) को औपचारिक रूप से हटा दिया गया. 300 सीट वाली संसद में विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी बहुमत रखती है. ऐसे में उन्‍होंने कहा कि उसके सांसदों ने यून से तत्काल पद छोड़ने को कहा है, अन्यथा वो उनके खिलाफ महाभियोग चलाने के लिए कदम उठाएंगे.

मार्शल लॉ की घोषणा संविधान का उल्लंघन

विपक्षी पार्टी ने एक बयान में कहा कि राष्ट्रपति यून सुक-योल की मार्शल लॉ की घोषणा संविधान का उल्लंघन है. क्‍योंकि इसे घोषित करने के किसी भी आवश्‍य‍क नियम का पालन नहीं किया गया. ऐसे में उनकी मार्शल लॉ की घोषणा मूलरूप से अमान्य है और संविधान का गंभीर उल्लंघन है. उन्‍होंने कहा कि यह विद्रोह का एक गंभीर कृत्य था और उनके खिलाफ महाभियोग के लिए एकदम सही आधार प्रदान करता है.

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