Yevgeny Prigozhin Death: पुतिन के खिलाफ खड़ा होना मतलब मौत को दावत देना! दुश्मनों को रास्ते से हटाने का रहा है रिकॉर्ड

Wagner Chief Yevgeny Prigozhin Death: वैगनर ग्रुप के चीफ येवेज्ञनी प्रिगोझिन की, बुधवार को एक विमान हादसे में मौत हो गई है. इस खबर को लेकर पूरी दुनिया में चर्चा हो रही है. बता दें कि राजधानी मॉस्को से एक विमान पीटर्सबर्ग जा रहा था, जहां तेवर क्षेत्र में वह क्रैश हो गया. इसमें सवार 10 यात्रियों की मौत हो गई है. वैगनर से जुड़े टेलीग्राम चैनल ने भी प्रिगोझिन की मौत का खुलासा कर दिया है.

ऐसे में एक और खबर की चर्चाएं हो रहीं हैं. दरअसल, प्रिगोझिन ने जून में ही रूस के खिलाफ बगावत की थी. लोग उनकी मौत का जिम्मेदार, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को बता रहे हैं. ऐसा अनुमान इसलिए लगाया जा रहा है, क्योंकि पुतिन अपने दुश्मनों को आसानी से रास्ते से हटा देते हैं. उनके खिलाफ खड़े होने का मतलब है कि अपनी मौत को खुद आमंत्रित करना. वैगनर की बगावत के बाद से सबको अंदाजा था कि प्रिगोझिन की हत्या जरूर होगी. यही कारण है कि लोग इस हादसे का जिम्मेदार पुतिन को बता रहे हैं. आइए जानते हैं कि अब तक पुतिन किसको-किसको ठिकाने लगा चुके हैं.

प्रिगोझिन की तरह इन लोगों की भी हुई मौत

मिखाइल लेसिन: नवंबर 2015 में वाशिंगटन डीसी में रूस के प्रेस मंत्री मिखाइल लेसिन की भी मौत रहस्यमयी ढंग से हो गई थी. मौत के दौरान उनके चेहरे पर कई चोट के निशान थे. आपको बता दें कि अंग्रेजी भाषा के टेलीविजन नेटवर्क रशिया टुडे (आरटी) की स्थापना लेसिन द्वारा की गई थी. अपनी मौत से पहले लेसिन एफबीआई के कॉन्टैक्ट में थे. रूस के अंदरूनी कामकाज के बारे उन्हें बहुत जानकारी थी. इसी कारण से उन्हें ठिकाने लगवाने की बात की जाती है.

रवील मगानोव: रवील मगानोव, जो तेल कंपनी लुकोइल के चेयरमैन थे, उन्होंने यूक्रेन पर हमले को लेकर क्रिटिसिज़म्‌ किया था. उन्होंने युद्ध को खत्म करने के लिए कहा था. फरवरी 2022 में युद्ध शुरू हुआ और सितंबर में मॉस्को के एक अस्पताल की खिड़की से गिरकर मगानोव की मौत की खबर सामने आई थी. हालांकि, लुकोइल उनकी मौत का कारण किसी गंभीर बीमारी को बताया. लेकिन उनकी मौत की वजह पुतिन को कहा जाता है.

बोरिस बेरेजोव्स्की: रूस के ओलीगार्क बोरिस बेरेजोव्स्की और पुतिन के बीच किसी बात पर बहस हुई, जिसके बाद वह अपनी जान बचाकर ब्रिटेन भाग गए. ब्रिटेन जाने के बाद उन्होंने पुतिन को धमकी दी थी. मार्च 2013 में बेरेजोव्स्की की सुसाइड करने की एक खबर आई. जब उनकी लाश को बाथरूम से बाहर निकाला गया, तो उनके गले पर पट्टी बंधी हुई थी. इस बात का खुलासा पुलिस भी नहीं कर पाई कि ये सुसाइड है या मर्डर.

पॉल क्लेबनिकोव: फोर्ब्स के रूसी एडिशन के चीफ एडिटर पॉल क्लेबनिकोव ने रूस के भ्रष्टाचार के बारे में बहुत सी जानकारी देते हुए कुछ लिखा था. उन्होंने रूस के कई अमीर लोगों का राज भी खोलना चाहा. इस बात को लेकर पुतिन काफी नाराज थे. 2004 में सुपारी किलर्स ने उनकी हत्या कर दी. हत्या के दौरान वह अपनी कार में ही थे.

नतालिया एस्टेमिरोवा: चेचन्या में रूस के द्वारा किए जाने वाले मानवाधिकारों को ठेस पहुंचाने वालों को नतालिया एस्टेमिरोवा उजागर किया करती थीं. उनकी ऐसी रिपोर्ट के कारण रूस की सरकार पर अक्सर दबाव बनता था. कहा जाता है कि 2009 में उन्हें किडनैप कर लिया गया और उनकी लाश जंगल में मिली. उनके सिर पर गोली लगने के निशान थे. आज तक उनके मौत की वजह सामने नहीं आई.

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