सूडान में लगातार बढ़ रही हिंसा, संयुक्‍त राष्‍ट्र ने जताई चिंता, जानिए क्‍या है पूरा मामला  

Aarti Kushwaha
Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Must Read
Aarti Kushwaha
Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Sudan violence: संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ने सूडान में लगातार बढ़ रही हिंसा, आम नागरिकों की बढ़ती मौतों और बिगड़ते मानवीय हालात पर गहरी चिंता जताई है. संयुक्त राष्ट्र मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय (ओसीएचए) ने देश भर में हो रही मानवीय त्रासदी पर ताजा जानकारी दी.

ओसीएचए ने सोमवार को कहा, “हमारे मानवीय सहयोगियों ने बताया है कि उत्तरी दारफुर राज्य में भीषण लड़ाई जारी है और हाल के दिनों में कई नागरिकों के हताहत होने की खबरें आई हैं.”

25,000 लोग शिविर में रहने को मजबूर

उन्होंने आगे बताया कि राज्य की राजधानी एल फशेर में शुक्रवार और शनिवार को झड़पें हुईं, इससे पहले विस्थापित लोगों के लिए बने अबू शौक शिविर के आसपास सशस्त्र समूहों के बीच झड़पें भी हुई थीं. इस शिविर में वर्तमान में 25,000 लोग रहते हैं.

कार्यालय ने कहा कि एल फशेर के बाहरी इलाके में स्थित विस्थापितों के एक अन्य शिविर, जमजम में अकाल की पुष्टि होने के एक साल बाद भी शहर घेराबंदी में है और इसके निवासी भुखमरी का सामना कर रहे हैं. एक साल से अधिक समय से सड़क मार्ग से कोई खाद्य सामग्री नहीं पहुंचाई गई है.

तेजी से फैल रहा हैजा

कार्यालय ने कहा कि उत्तरी कोर्डोफन राज्य में, उम सुमेइमा शहर का हाल के हफ्तों में कथित तौर पर कई बार नियंत्रण बदला है, जिससे अग्रिम मोर्चे की अस्थिरता उजागर होती है.  नागरिक अभी भी फंसे हुए हैं और सहायता तक उनकी पहुंच पर भारी प्रतिबंध लगा हुआ है. ओसीएचए ने कहा कि दारफुर में हैजा तेजी से फैल रहा है.

20 लोगों की हो चुकी है मौत

रिपोर्ट के अनुसार, उत्तरी दारफुर के तवीला इलाके में जून के अंत से लगभग 1,200 मामले सामने आए हैं, जिनमें बच्चों में लगभग 300 मामले और कम से कम 20 मौतें शामिल हैं. दक्षिणी दारफुर में, स्वास्थ्य अधिकारियों ने मई के अंत से 1,100 से अधिक संदिग्ध हैजा के मामलों और 64 मौतों की सूचना दी है, और ताजा रिपोर्ट के अनुसार मृत्यु दर 6 प्रतिशत से ज्यादा है.

ओसीएचए ने कहा कि चिकित्सा आपूर्ति, स्वच्छ जल और स्वच्छता सेवाओं की कमी मानवीय सहायता पहुंचाने में बहुत बड़ी रुकावट बन रही है. वहीं, खार्तूम राज्य में, ओसीएचए ने कई स्थानों पर बारूदी सुरंगों की पुष्टि की. मोग्रान, ओमदुरमन और बाहरी में एंटी-पर्सनल और एंटी-व्हीकल माइंस का पता चला.

नागरिकों को अपंग बना रहा ये उपकरण  

कार्यालय के मुताबिक, “ये उपकरण न केवल नागरिकों को अपंग बना रहे हैं और उनकी जान ले रहे हैं, बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं, बाजारों और मानवीय सहायता तक पहुंच को भी अवरुद्ध कर रहे हैं.” ओसीएचए ने कहा कि ब्लू नाइल राज्य में आई बाढ़ ने राज्य की राजधानी एड डैमाजीन में 100 से ज्यादा लोगों को विस्थापित कर दिया और शुक्रवार को अल-करमा शिविर में कम से कम 200 टेंट नष्ट हो गए.  संघर्ष के कारण अपने घरों से भागे लोगों के सामने यह नई चुनौती है.

मानवीय कार्यालय ने कहा कि “इन एक-दूसरे पर छाए संकटों के बीच, ओसीएचए एक बार फिर सूडान में निरंतर मानवीय पहुंच और देश के कमजोर लोगों के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन बढ़ाने की अपील करता है.”

 इसे भी पढें:-अमेरिका-यूरोप के आंख दिखाने पर भारत ने किया बेनकाब, रूस से ट्रेड डील पर…

Latest News

80 फीसदी सूखा सिंधु नदी…, पड़ोसी मुल्क में किसानों और मछुआरों के पतन का कारण बना समुद्री जल, 12 लाख लोग पलायन को मजबूर

Pakistan : पाकिस्तान के सिंधु डेल्टा पर मौजूद गांव को छोड़ने से पहले हबीबुल्लाह खट्टी अपनी मां को अंतिम...

More Articles Like This