2027 तक तिजुआना नदी होगी प्रदुषण मुक्‍त! अमेरिका और मैक्सिको के बीच हुआ समझौता, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट्स का होगा विस्तार

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Tijuana River: अमेरिका और मैक्सिको की सीमा पर बहने वाली तिजुआना नदी में गंदगी और प्रदूषण एक बड़ी समस्या बना हुआ है. ऐसे में दोनों देशों के बीच इस नदी की सफाई को लेकर एक समझौता हुआ है, जिसके तहत वाटर ट्रीटमेंट प्लांट्स का विस्तार किया जाएगा और इसके लिए दोनों देश मिलकर तकनीकी और वित्तीय सहयोग करेंगे.

दरअसल, अमेरिका और मेक्सिको की सरकारें कई वर्षों से इस नदी को साफ करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अभी तक सफलता हाथ नहीं लगी है. वहीं, तिजुआना नदी का पानी कैलिफोर्निया में समुद्र में आकर मिलता है, जिससे कैलिफोर्निया के समुद्र तट गंदे हैं और यही वजह है कि पिछले चार वर्षो से ये तट बंद है.

अब तक अरबों डॉलर किए जा चुके है खर्च

बता दें कि तिजुआना नदी में अरबों गैलन सीवेज और उद्योगों से निकलने वाला जहरीला कचरा गिरता है, जिससे अमेरिकी नेवी सील्स की ट्रेनिंग में समस्या हो रही है. दक्षिणी कैलिफोर्निया में इस नदी के प्रदूषण के चलते वहां के नेवी सील्स ट्रेनिंग करने के दौरान बीमार हो रहे हैं. वहीं, नदी के प्रदुषण को साफ करने के लिए अब तक अरबों डॉलर खर्च किया जा चुका है, लेकिन अभी भी ये समस्‍या बरकरार है.

पिछले एक दशक से बनी हुई है तजुआना नदी में प्रदुषण की समस्‍या

तजुआना नदी में प्रदुषण की समस्‍या पिछले एक दशक से बनी हुई है. ट्रंप प्रशासन के पहले कार्यकाल में भी इस समस्‍या से छुटकारा पाने की कोशिश की गई थी लेकिन सफलता नहीं मिली. ऐसे में अब मेक्सिको की पर्यावरण मंत्री एलिसिया बारसेना और अमेरिका की पर्यावरण सुरक्षा एजेंसी के प्रमुख ली जेल्डिन ने गुरुवार को तिजुआना नदी को साफ करने के समझौते पर हस्ताक्षर किए.

2027 तक नदी को साफ करने का रखा गया लक्ष्‍य

दोनों देशों के बीच हुए इस समझौते के तहत मेक्सिको की सरकार नदी की सफाई के लिए बुनियादी ढांचे के विकास में 9 करोड़ डॉलर के अपने आवंटन को पूरा करेगी. हालांकि साल 2020 से अब तक इस नदी को साफ करने के लिए दोनों देशों की सरकारें 65 करोड़ डॉलर से ज्यादा रकम खर्च कर चुके हैं. लेकिन अब दोनों देशों ने मिलकर साल 2027 तक नदी को साफ करने का लक्ष्य रखा गया है.

स्कूली बच्चे, सीमा सुरक्षा बल के जवान हो रहे बीमार

बता दें कि 195 किलोमीटर लंबी तिजुआना नदी मेक्सिको के तट से अमेरिका के दक्षिणी केलिफोर्निया को पार करते हुए बहती है और प्रशांत महासागर में गिरती है. ऐसे में इस नदी में  प्रदूषण होने के वजह से समुद्र में तैरने वाले तैराक, सर्फर और लाइफगार्ड बीमार हो रहे हैं. वहीं पानी में नहीं जाने वाले स्कूली बच्चे, सीमा सुरक्षा बल के जवान और अन्य लोग भी बीमार हो रहे हैं, क्योंकि प्रदूषण झाग बनकर वाष्पित हो जाता है और फिर हवा के जरिए लोगों के शरीर में पहुंच रहा है, जिससे पानी में न जाने वाले लोग भी इसके चपेट में आ रहे है.

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