Agartala: त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने बांग्लादेश में हो रही हिंसा पर कहा है कि हम किसी भी संभावित चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. भारत सरकार बांग्लादेश में उभरती स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए है. बता दें कि त्रिपुरा की बांग्लादेश के साथ 856 किलोमीटर लंबी सीमा है और राज्य तीन ओर से पड़ोसी देश से घिरा होने के कारण सीमा पार घटनाक्रमों के प्रति अत्यंत संवेदनशील बना हुआ है.
अंतरराष्ट्रीय सीमा पर चौकसी बढ़ा दी
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि जून-जुलाई 2024 में बांग्लादेश में हिंसा भड़कने के बाद विशेषकर 5 अगस्त 2024 को शेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग सरकार के पतन के बाद अर्धसैनिक बलों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है और सीमा प्रभुत्व को और सख्त किया गया है. सीएम ने कहा कि बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के सत्ता से बाहर होने के बाद पड़ोसी देश में कई चिंताजनक और विध्वंसक घटनाएं सामने आई हैं.
बांग्लादेश की जेलों से कुख्यात आतंकी, अपराधी रिहा
सीएम साहा ने बताया कि त्रिपुरा सरकार सीमा पार उत्पन्न हालात से जुड़े सभी घटनाक्रमों की विस्तृत रिपोर्ट नियमित रूप से केंद्र सरकार को भेज रही है. सीएम ने एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान कहा कि बांग्लादेश की जेलों से कुख्यात आतंकियों, अपराधियों और विभिन्न मामलों में शामिल लोगों को रिहा किया गया है. उन्होंने कहा कि भारत और उसकी सशस्त्र सेनाएं हर स्थिति से निपटने के लिए हमेशा तैयार रहती हैं.
केंद्रीय मंत्रिमंडल बांग्लादेश में हो रहे घटनाक्रम से पूरी तरह अवगत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल बांग्लादेश में हो रहे घटनाक्रम से पूरी तरह अवगत है और स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए है. सीएम साहा ने कहा कि हमारी ड्रोन निगरानी प्रणालियों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है. एस-400 मोबाइल लंबी दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (एसएएम) प्रणाली पहले ही अपनी क्षमताएं साबित कर चुकी है. उन्होंने जोड़ा कि सीमा पर सुरक्षा इंतजाम मजबूत हैं और सभी आवश्यक उपाय किए गए हैं.
हादी की गोली लगने से मौत के बाद बांग्लादेश के विभिन्न शहरों में हिंसा
कट्टरपंथी संगठन इंकलाब मंच के प्रवक्ता शरीफ उस्मान हादी की 18 दिसंबर को गोली लगने से मौत के बाद बांग्लादेश के विभिन्न शहरों में हिंसा की कई घटनाएं सामने आई हैं. हादी सिंगापुर के एक अस्पताल में इलाजरत थे. इससे पहले 17 दिसंबर को विदेश मंत्रालय ने बांग्लादेश के भारत स्थित उच्चायुक्त रियाज़ हमीदुल्लाह को तलब कर बांग्लादेश में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति पर नई दिल्ली की गंभीर चिंताओं से अवगत कराया था. मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के तहत बांग्लादेश में हिंसा में तेज वृद्धि और कानून-व्यवस्था की स्थिति के और खराब होने की खबरें सामने आ रही हैं.
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