मध्य-पूर्व की यात्रा में होंगे क्रांतिकारी बदलाव, भारत के इस एक ही वीजा से कर सकेंगे 6 देशों की यात्रा

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Unified Tourist Visa: मध्य पूर्व में यात्रा अनुभव को पूरी तरह बदलने के लिए गल्फ कोऑपरेशन काउंसिल (GCC) एक एकीकृत पर्यटक वीज़ा लॉन्च करने की तैयारी कर रही है, जिसके तहत यात्री सिर्फ एक वीज़ा के साथ संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, क़तर, बहरीन, कुवैत और ओमान की सैर कर सकेंगे. जीसीसी की यह पहल यूरोप के शेंगेन वीज़ा मॉडल से प्रेरित है और इसे खाड़ी देशों के बीच गहरे क्षेत्रीय एकीकरण की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है.

बता दें कि इस वीज़ा योजना को नवंबर 2023 में ओमान में आंतरिक मंत्रियों की बैठक में औपचारिक रूप से मंजूरी दी गई थी. जिसे GCC के महासचिव जासेम अल बुदईवी ने सहयोग और दूरदर्शी नेतृत्व से प्रेरित उपलब्धि बताया. बुदईवी ने कहा कि “यह एकीकृत वीज़ा हमारे नेताओं की एकजुटता और क्षेत्रीय सहयोग की प्रतिबद्धता को दर्शाता है.”

90 दिनों के लिए वैध होगा वीजा

इस वीज़ा प्रणाली के तहत पर्यटकों को अलग अलग देशों की यात्रा करने के लिए अलग अलग वीजा नहीं लेना होगा, क्‍योंकि यह वीज़ा प्रणाली यूरोपीय संघ के शेंगेन वीज़ा की तरह काम करेगी, जिससे एक ही आवेदन से सभी छह देशों में प्रवेश संभव होगा. बता दें कि यह वीज़ा 30 से 90 दिनों के लिए वैध होगा, जिसके लिए सिर्फ ऑनलाइन पोर्टल के जरिए ही आवेदन किया जा सकता है. हालांकि यह वीज़ा केवल पर्यटन और पारिवारिक यात्राओं के लिए मान्य होगा, लेकिन इससे हॉस्पिटैलिटी, एविएशन और रिटेल सेक्टर को भी बड़ा फायदा होने की उम्मीद है.

आवेदन प्रक्रिया और ज़रूरी दस्तावेज़

इसके लिए GCC सचिवालय जल्द ही एक आधिकारिक पोर्टल लॉन्च करेगा, जहां यात्री दो विकल्पों में से एक चुन सकेंगे.

  • एक देश की यात्रा
  • सभी छह देशों की यात्रा

आवेदन के लिए ज़रूरी दस्तावेज

  • कम से कम 6 महीने वैध पासपोर्ट
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • ऑनलाइन आवेदन फ़ॉर्म
  • होटल बुकिंग या मेज़बान से आमंत्रण पत्र

यात्रा बीमा

  • पर्याप्त धनराशि का प्रमाण (जैसे बैंक स्टेटमेंट)
  • वापसी या आगे की यात्रा का टिकट
  • विज़ा शुल्क ऑनलाइन भुगतान करना होगा, और स्वीकृत वीज़ा ईमेल के माध्यम से भेजा जाएगा, जिसे प्रिंट या डिजिटल रूप में दिखाया जा सकेगा.

पर्यटन से आगे की रणनीति

बता दें कि यह वीज़ा पर्यटन केंद्रित है, जिसका उद्देश्य क्षेत्रीय एकता, आर्थिक सहयोग और सामरिक मजबूती को भी बढ़ावा देना है. GCC इसे डिजिटल सेवाओं, लॉजिस्टिक्स और साझा आर्थिक ज़ोन जैसे क्षेत्रों में समन्वय की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानता है. GCC महासचिव अल बुदईवी ने कहा कि यह पहल केवल पर्यटन तक सीमित नहीं है. यह क्षेत्रीय पहचान को मजबूत करने, गतिशीलता सुधारने और वैश्विक चुनौतियों के बीच सामूहिक लचीलापन बढ़ाने की दिशा में है.

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