Washington: अमेरिकी सेना ने एक बार फिर वेनेजुएला के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है. शनिवार को वेनेजुएला के तट के पास एक और तेल टैंकर को अपने कब्जे में ले लिया है. 20 दिसंबर की सुबह तड़के अमेरिकी तटरक्षक बल ने रक्षा विभाग के सहयोग से उस तेल टैंकर को पकड़ा, जो इससे पहले वेनेजुएला में खड़ा था. इससे पहले 10 दिसंबर को भी अमेरिकी सेना ने वेनेजुएला के तट के पास एक तेल टैंकर को जब्त किया था.
ट्रंप के आदेश के बाद सेना कर रही है कार्रवाई
अमेरिका होमलैंड सिक्योरिटी सेक्रेटरी क्रिस्टी नोएम ने यह जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर दी. ट्रंप के आदेश के बाद सेना यह कार्रवाई कर रही है. वहीं दूसरी ओर वेनेजुएला सरकार ने इस कदम की कड़ी निंदा की और इसे खुली लूट तथा अंतरराष्ट्रीय समुद्री डकैती बताया. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने वेनेजुएला आने-जाने वाले सभी अमेरिकी-प्रतिबंधित तेल टैंकरों की पूरी तरह से नाकाबंदी का आदेश दिया है.
तेल टैंकरों को जब्त करना जारी रखेगा
ट्रंप ने बाद में एक इंटरव्यू में यह भी कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका अतिरिक्त तेल टैंकरों को जब्त करना जारी रखेगा. ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लंबी पोस्ट में लिखा कि वेनेजुएला को दक्षिण अमेरिका के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी नौसैनिक घेराबंदी से घेर लिया गया है. उन्होंने कहा कि यह घेराबंदी और बढ़ेगी और जब तक वे अमेरिका का तेल, जमीन और अन्य संपत्तियां वापस नहीं करते, तब तक उन्हें ऐसा झटका लगेगा जैसा उन्होंने पहले कभी नहीं देखा होगा.
प्रतिबंधित तेल टैंकरों पर पूर्ण नाकाबंदी की घोषणा
ट्रंप ने अपने संदेश में वेनेजुएला में जाने और वहां से निकलने वाले सभी प्रतिबंधित तेल टैंकरों पर पूर्ण नाकाबंदी की घोषणा की और तेल व अन्य संपत्तियों को लौटाने की मांग की. इसके जवाब में वेनेजुएला सरकार ने ट्रंप के बयान को लापरवाह और गंभीर धमकी बताया. सरकार का कहना है कि यह अंतरराष्ट्रीय कानून, मुक्त व्यापार और समुद्री आवागमन की आजादी का उल्लंघन है.
नौसैनिक सैन्य नाकाबंदी थोपना चाहते हैं
वेनेजुएला सरकार ने एक बयान में कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति पूरी तरह से तर्कहीन तरीके से, वेनेजुएला पर एक कथित नौसैनिक सैन्य नाकाबंदी थोपना चाहते हैं ताकि वे उस संपत्ति को हड़प सकें, जो वेनेजुएला की जनता की है.
इसे भी पढ़ें. बांग्लादेश में हिंदू युवक की मॉब लिंचिंग मामले में बड़ा खुलासा, ईशनिंदा के नहीं मिले कोई सबूत

