Washington: राष्ट्रपति ट्रंप के निर्देश के बाद अमेरिकी टकसाल ने बुधवार 13 नवंबर को आधिकारिक तौर पर पेनी (एक सेंट का सिक्का) बनाना बंद कर दिया है. इसके पीछे वजह यह बताया जा रहा है कि उत्पादन लागत सिक्के के मूल्य से कहीं अधिक हो गई थी. जिसके कारण इसे बंद करना पडा. 232 वर्षों तक प्रचलन में रहने के बाद अमेरिकी पेनी का उत्पादन बंद हो गया है.
ट्रंप के निर्देश के बाद लिया गया फैसला
आखिरी पेनी (एक सेंट का सिक्का) आज फिलाडेल्फिया टकसाल में ढाली गई, जहां 1793 में पहली बार एक सेंट के सिक्के बनाए गए थे. बता दें कि पेनी का उत्पादन बंद करने का यह फैसला इस साल फरवरी में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निर्देश के बाद लिया गया है. ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा कि ‘अमेरिका बहुत लंबे समय से ऐसे पैसे बनाता आ रहा है जिनकी कीमत हमें सचमुच 2 सेंट से भी ज्यादा पड़ती है.
नए पैसे बनाना बंद करने का निर्देश
यह बहुत ही बेकार है.’ आगे कहा कि ‘मैंने अपने अमेरिकी वित्त मंत्री को नए पैसे बनाना बंद करने का निर्देश दिया है. इससे पहलेए 1857 में आधा सेंट अंतिम सिक्का था जिसे बंद कर दिया गया था.’1787 में ढाला गया फूगियो सेंट, संयुक्त राज्य अमेरिका का पहला आधिकारिक प्रचलित सिक्का था, जिसे फ्रैंकलिन सेंट के नाम से भी जाना जाता है. ये सिक्के तांबे से बने हैं जो धातु की पट्टियों से प्राप्त हुए हैं.
बारूद के बैरलों को बांधने के लिए किया जाता था उपयोग
जिनका उपयोग अमेरिकी क्रांति के दौरान फ्रांस द्वारा अमेरिका भेजे गए बारूद के बैरलों को बांधने के लिए किया जाता था और अटलांटा के फेडरल रिजर्व बैंक के अनुसार प्रत्येक सिक्के का वजन लगभग 10 ग्राम है. 1909 में राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन के जन्म की 100वीं वर्षगांठ मनाने के लिएए उनकी छवि पहली बार अमेरिकी सिक्के के मुखपृष्ठ पर अंकित की गई थी. इस घटना के साथ ही पहली बार किसी राष्ट्रपति की छवि अमेरिकी सिक्कों पर अंकित हुई.
इसे भी पढ़ें. पीएम मोदी और राष्ट्रपति रामफोसा की बैठक के लिए एजेंडा तैयार, उच्चायुक्त बोले- संबंधों की स्थिति पर करेंगे विचार