Chandrayaan-3: 5 दिन बाद चांद पर खोज करना बंद कर देगा प्रज्ञान, जानिए फिर क्या है ISRO का प्लान

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Vikram Lander Pragyan Rover: चंदा मामा के घर पर प्रज्ञान रोवर ना सिर्फ खेल रहा है बल्कि चंदा मामा के घर की खूफिया जानकारी भी दे रहा है. अबतक प्रज्ञान ने चांद की सतह पर कई सारे तत्वों को ढूंढ़ लिया है जिसमें ऑक्सीजन भी शामिल है और अब वो हाईड्रोजन की तलाश में लगा हुआ है. इस दौरान प्रज्ञान एक बार क्रेटर में गिरने ही वाला था, कि इसरो नजर की इस पर पड़ गई और इसे गिरने से बचा लिया गया. इसरो की दी हुई जानकारी के मुताबिक अगर 19 सितंबर के बाद चांद पर उस जगह पर रोशनी होगी जहां विक्रम और प्रज्ञान मौजूद है, तो दोनों काम कर सकेंगे.

आपको बता दें कि 23 अगस्त को Vikram Lander ने चांद पर लैडिंग की थी. इसरो ने बताया कि 23 अगस्त से लेकर पांच सितंबर तक चांद पर रोशनी रहेगी उसके बाद चांद पर अंधेरा रहेगा. इसरो के मुताबिक विक्रम और प्रज्ञान को सिर्फ 14 दिन के हिसाब से ही डिजाइनिंग किया गया है. इसके हिसाब से अब विक्रम और प्रज्ञान के पास मात्र 6 दिन का समय बचा है और इन्हीं 6 दिनों में इन्हें तीन महत्वपूर्ण काम निपटाने हैं.

अभी प्रज्ञान को निपटाने हैं ये तीन काम
1) चंद्रयान के पास पहला काम सतह पर भूंकपीय गतिविधियों के बारे में जानकारी हासिल करना है.
2) चांद और धरती के बीच सिग्नल की दूरी का सटीक अध्ययन करना है.
3) चांद की धूल में अभी तक पता लगाए तत्वों के अलावा बाकि और भी तत्वों की खोज करनी है.

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