Lok Sabha Election 2024: अमेठी में क्यों प्रत्याशी नहीं घोषित कर पा रही कांग्रेस? स्मृति ईरानी ने बताई वजह

Abhinav Tripathi
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Sub Editor, The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव को लेकर सभी सियासी दल चुनावी मैदान में है. सभी राजनीतिक दलों के नेता विपक्षी पार्टियों पर निशाना साध रहे हैं. इन सब के बीच अमेठी से सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. क्षेत्र में एक चुनावी जनसभा के दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा, “आपने इस क्षेत्र में कांग्रेस की राजनीति देखी है. आप सभी ने गंभीर परिस्थितियों के दौरान कांग्रेस को गायब होते देखा है. जब कोविड आया, तो कांग्रेस पार्टी का कोई भी व्यक्ति लोगों के बीच नहीं देखा गया.”

कांग्रेस पर खूब बरसीं केंद्रीय मंत्री

अमेठी से सांसद स्मृति ईरानी ने कांग्रेस की ओर से उम्मीदवार की घोषणा में देरी को लेकर कहा कि इससे संकेत मिलता है कि अब कांग्रेस पार्टी भी जानती है कि अमेठी इस बार फिर से कमल का फूल खिलाने का निर्णय ले चुकी है. इसके पीछे का कारण ये है कि अगर कांग्रेस पार्टी का 50 साल और राहुल गांधी के 15 साल बनाम बीजेपी सांसद के पांच साल को देखें तो जमीन आसमान का फर्क पता चल जाएगा.

कोविड के समय में कहां थी कांग्रेस?

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने चुनाव प्रचार के दौरान कहा कि देश में जब कोविड की चुनौती आई थी तो गांधी खानदान का एक भी व्यक्ति अमेठी में नजर नहीं आया था. आपकी सांसद गांव-गांव गई इस बात को कोई झूठला नहीं सकता. उन्होंने आगे कहा कि कोविड के समय मैं गांवों में घर-घर घूम रही थी. मैं यहां जाति के आधार पर नहीं, बल्कि अमेठी की एक कर्तव्यनिष्ठ नागरिक के रूप में आपका समर्थन मांग रही हूं.

गिनाया बीजेपी का काम

चुनावी प्रचार के दौरान स्मृति ईरानी ने पीएम मोदी के नेतृत्व में बनी बीजेपी सरकार के कामों को गिनाया. उन्होंने कहा कि अमेठी की किसी जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 6000 रुपया नहीं मांगा, बल्कि पीएम मोदी ने बढ़ चढ़ कर दिया. आज 4 लाख 20 हजार परिवारों को अमेठी लोकसभा क्षेत्र में सालाना 6 हजार रुपये मिलता है. कांग्रेस का 50 साल अमेठी में एकक्षत्र राज था, वे गरीब के लिए शौचालय तक नहीं बनवा पाए. ये (राहुल गांधी) छिंकते थे तो विदेश के किसी अस्पताल में चले जाते थे. अमेठी में मेडिकल कॉलेज तक नहीं बनवाए.

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