आईसीआरए की एक लेटेस्ट रिपोर्ट के मुताबिक, FY26 में भारत के घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या में 7-10% की मजबूत वृद्धि का अनुमान है. रिपोर्ट में देश के नागरिक उड्डयन क्षेत्र (Civil Aviation Sector) के लिए एक स्थिर दृष्टिकोण रखा गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय विमानन कंपनियों के लिए अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की संख्या FY26 में 15-20% बढ़ने की उम्मीद है. हालांकि, हालिया भू-राजनीतिक चिंताओं को देखते हुए यह निगरानी योग्य बना हुआ है.
जून 2025 के लिए घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या 138.7 लाख अनुमानित है, जो जून 2024 के 132.1 लाख से 5.1% अधिक है. हालांकि, क्रमिक आधार पर इसमें 1.3% की मामूली गिरावट देखी गई. जून 2025 में एयरलाइनों की कैपिसिटी डिप्लॉयमेंट जून 2024 की तुलना में 4.9% अधिक थी. FY26 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून 2025) के लिए घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या 422.4 लाख थी, जो सालाना आधार पर 5.1% की वृद्धि को दर्शाता है.
मई 2025 के लिए भारतीय वाहकों के लिए अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की संख्या 29.7 लाख थी, जो सालाना आधार पर 7.3% की वृद्धि दर्शाता है. आईसीआरए की रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2026 के पहले दो महीनों के लिए, भारतीय वाहकों के लिए अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की संख्या 59.8 लाख रही, जो सालाना आधार पर 12.1% की वृद्धि दर्शाता है. भारत-पाकिस्तान तनाव के बाद उड़ान रद्द होने और अन्य परिचालन चुनौतियों के कारण पिछले कुछ महीनों में भारतीय विमानन उद्योग की परिचालन लागत में वृद्धि होने की संभावना है.
फिर भी, रिपोर्ट में कहा गया है कि अब तक कुल यात्रियों की संख्या और मूल्य निर्धारण स्थिर रहे हैं. भारतीय विमानन उद्योग के बारे में आईसीआरए का दृष्टिकोण स्थिर है. हालांकि, रिपोर्ट के अनुसार, उभरते भू-राजनीतिक और परिचालन संबंधी प्रतिकूल परिस्थितियां जैसे इजराइल-ईरान संघर्ष के कारण कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें, भारतीय विमानन कंपनियों के लिए ईरान और पाकिस्तान के ऊपर हवाई क्षेत्र का बंद होना, हालिया विमान दुर्घटना के बाद बीमा प्रीमियम में संभावित वृद्धि और यात्रा करने में संभावित हिचकिचाहट संभावित नकारात्मक जोखिमों पर कड़ी निगरानी की आवश्यकता है.
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि विमानन उद्योग ने FY25 में स्थिर मूल्य निर्धारण शक्ति और स्थिर प्रतिफल देखा. रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2024 के उच्च आधार और वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में कम यातायात को देखते हुए, जो भीषण गर्मी और अन्य मौसम संबंधी व्यवधानों से प्रभावित था, आईसीआरए की अपेक्षाओं के अनुरूप, वित्त वर्ष 2025 में घरेलू हवाई यात्रियों की वृद्धि घटकर 7.6% रह गई.