Lakhimpur: लखीमपुर में खेत की रखवाली करने गए किसान को बाघ ने अपना शिकार बना लिया. शुक्रवार दोपहर से ही वह लापता था. रात भर परिजनों ने उनकी तलाश की, लेकिन कुछ पता नहीं चला. शनिवार सुबह पुलिस और वन विभाग की टीम ने सर्च शुरू कर उन्हे खोज निकाला. उनका खेत में पडा शव मिला.
बाघ शरीर के आधे हिस्से को खा गया
टीम ने देखा तो किसान का पैर अलग पड़ा हुआ था. बाघ उनके शरीर के आधे हिस्से को खा गया था. पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया. यह मामला संपूर्णानगर कोतवाली क्षेत्र के परसपुर बीट का है. गांव लगदहान निवासी हरिश्चंद्र (45) किसान थे. वह शुक्रवार दोपहर अपने खेत पर काम करने गए. उसके बाद वह लापता हो गए थे.
वन विभाग को रात में दी गई इसकी जानकारी
परिजनों के मुताबिक, हरिश्चंद्र शाम तक नहीं पहुंचे तो उन लोगों को चिंता सताने लगी. खेत में जाकर देखा, तो वहां भी नहीं मिले. इसके बाद गांव वालों के साथ खोजबीन शुरू की. वन विभाग की टीम को रात में इसकी जानकारी दी गई. सुबह पुलिस और वन विभाग की टीम के साथ गांव वाले भी खेतों में सर्च करने लगे थे. तभी हरिश्चंद्र का शव दिखाई दिया.
पुलिस ने शव को चादर में लपेटकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा
बाघ के हमले से शव बुरी तरह क्षत- विक्षत हो गया था. उसका एक पैर कुछ दूरी पर पड़ा था. पुलिस ने शव को चादर में लपेटकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा. बाघ के हमले से हरिश्चंद्र की मौत की बात पता चलते ही ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा. वन विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए धरना शुरू कर दिया. संपूर्णानगर थाना प्रभारी कृष्ण कुमार और पलिया वन क्षेत्राधिकारी विनय कुमार ने काफी मशक्कत के बाद सभी को शांत कराया.
बाघ को नहीं पकड़ने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी
ग्रामीणों ने जल्द बाघ को नहीं पकड़ने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है. हरिश्चंद्र की दो बेटियां हैं. ग्रामीणों में डर का माहौल है. पलिया वन क्षेत्राधिकारी विनय कुमार ने बताया कि मृतक के परिजनों को 10 हजार की आर्थिक सहायता दी गई है. उधर, बाघ को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम निगरानी कर रही है. इसके लिए टीमें बनाई गई हैं और ड्रोन कैमरे की मदद ली जा रही है.