पति की हत्या कर उसके शव को नीले ड्रम में रखा, पत्नी ने प्रेमी संग दिया था वारदात को अंजाम

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Rajasthan: यूपी के मेरठ की ही तरह राजस्थान के खैरथल- तिजारा जिले की आदर्शनगर कॉलोनी में हंसराम उर्फ सूरज का शव नीले ड्रम में मिला था. वह यूपी के शाहजहांपुर का रहने वाला था. राजस्थान में पुलिस ने आरोपी पत्नी लक्ष्मी और उसके प्रेमी जितेंद्र को गिरफ़्तार कर पूरी वारदात का खुलासा कर दिया है. दोनों ने मिलकर इस हत्या को अंजाम दिया था. वारदात के बाद से आरोपी पत्नी और उसका प्रेमी गायब था. जिसके बाद पुलिस का शक होने लगा था.

पत्नी लक्ष्मी का जितेंद्र से चल रहा था प्रेम- प्रसंग

यूपी में शाहजहांपुर के खुटार थाना क्षेत्र के गांव नवदिया नवाजपुर निवासी हंसराम उर्फ सूरज (34) पत्नी लक्ष्मी और तीन बच्चों के साथ राजस्थान के खैरथल- तिजारा जिले में रहकर मजदूरी करता था. उसकी पत्नी लक्ष्मी का जितेंद्र से प्रेम- प्रसंग चल रहा था. जिसके साथ मिलकर उसने हंसराम को मौत के घाट उतार दिया. 16 अगस्त को इस वारदात को अंजाम दिया गया. पहले हंसराम की गला काटकर हत्या की और फिर शव को नीले ड्राम में डालकर ऊपर से नमक छिड़क दिया.

पुलिस ने लक्ष्मी और जितेंद्र दोनों को दबोच लिया

मंगलवार को अलवर जिले के रामगढ़ इलाके से पुलिस ने लक्ष्मी और जितेंद्र दोनों को दबोच लिया. फिलहाल, दोनों से पूछताछ चल रही है. पिता खेमकरन के मुताबिक, करीब पांच साल पहले उनका बेटा हंसराम छोटे भाई गौतम कश्यप के साथ मजदूरी करने घर से निकला था. शुरू में दोनों भाई गुड़गांव के एक भट्टे पर काम करते थे. करीब डेढ़ साल पहले हंसराम ने छोटे भाई गौतम को वहीं छोड़ दिया और खुद पत्नी सुनीता और तीन बच्चों 12 वर्षीय हर्षल, 4 वर्षीय नंदिनी और डेढ़ साल के बिट्टू को लेकर राजस्थान के खैरथल तिजारा थाना क्षेत्र के किशनगढ़ बास की आदर्श कॉलोनी में भट्टे पर बेलदारी का काम करने लगा.

जल्द ही परिवार सहित घर आने का दिया भरोसा

वहीं, उसने किराए के मकान में परिवार को बसाया था. रक्षाबंधन से दो दिन पहले हंसराम ने अपने गांव फोन कर परिजनों का हालचाल लिया और जल्द ही परिवार सहित घर आने का भरोसा दिया. त्योहार बीत जाने के बाद भी जब वह घर नहीं लौटा तो परिजनों ने फोन मिलाया, लेकिन मोबाइल स्विच ऑफ मिला. करीब पांच दिन तक फोन बंद रहने से परिजनों को चिंता सताने लगी. खुटार पुलिस ने सूचना दी, कि राजस्थान में हंसराम की हत्या कर दी गई है और उसका शव नमक डालकर गलाने के लिए ड्रम में रखा गया था.

पिता, मां और ग्रामीण चीखते- चिल्लाते हुए बेहोश

इससे पूरे परिवार में कोहराम मच गया. पिता खेमकरन, मां उर्मिला और ग्रामीण चीखते- चिल्लाते हुए बेहोश हो गए. सोमवार सुबह खेमकरन गांव के ही रमेश बीडीसी और कल्लू पासी के साथ राजस्थान के लिए रवाना हो गए. मां ने बताया कि बेटे हंसराज की शादी 12 साल पहले पीलीभीत जिले के थाना हजारा के एक गांव निवासी लक्ष्मी से हुई थी. रोजगार की तलाश में वह पत्नी और तीन बच्चों के साथ राजस्थान में चला गया था. वहां उसकी हत्या कर दी गई. मां उर्मिला देवी ने बताया कि बहू से हंसराम का कोई विवाद नहीं था. दोनों एक-  दूसरे को काफी चाहते थे.

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