Sudhakar Reddy Death: शुक्रवार की देर रात भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के वरिष्ठ नेता सुरवरम सुधाकर रेड्डी का निधन हो गया. 83 साल की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली है. पार्टी सूत्रों ने शनिवार को ये जानकारी दी है. उनके निधन पर कई नेताओं ने शोक व्यक्त किया. इसके अलावा तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने भी सुधाकर रेड्डी के निधन पर दुख जताया है.
Sudhakar Reddy के निधन पर रेवंत रेड्डी ने जताया दुख
सुधाकर रेड्डी के निधन पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने दुख जताया है. सीएम ने दिवंगत की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त की. सीएम ने याद किया कि लगोंडा जिले के रहने वाले सुरवरम सुधाकर रेड्डी वामपंथी आंदोलनों और कई जनसंघर्षों में सक्रिय रूप से भाग लेकर राष्ट्रीय स्तर के नेता के रूप में उभरे.
सीएम ने उन्हें बताया एक महान नेता
मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने सुधाकर रेड्डी को एक महान नेता बताया, जो लगोंडा से दो बार सांसद चुने गए. दुख जताते हुए सीएम ने कहा कि देश ने एक असाधारण नेता खो दिया है जिसने भारतीय राजनीति पर अपनी अनूठी छाप छोड़ी. वहीं, उपमुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्का ने भी सुधाकर रेड्डी को श्रद्धांजलि अर्पित की है और एक सुदूर गांव से भाकपा के राष्ट्रीय नेतृत्व तक के उनके सफर को याद किया.
पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने जताया शोक
पूर्व मुख्यमंत्री और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के नेता के. चंद्रशेखर राव ने सुधाकर रेड्डी के निधन पर शोक व्यक्त किया. उन्होंने सुधाकर रेड्डी को ‘तेलंगाना की धरती का सपूत’ बताया, जिन्होंने अपना जीवन उत्पीड़ित समुदायों के उत्थान के लिए समर्पित कर दिया. उन्होंने तेलंगाना आंदोलन के दौरान इस दिग्गज नेता के साथ अपने जुड़ाव को याद किया. पार्टी लाइन से हटकर कई नेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया.
83 वर्ष के थे सुधाकर रेड्डी
सुधाकर रेड्डी 83 वर्ष के थे. (Sudhakar Reddy Death) पूर्व सांसद ने 2012 से 2019 तक पार्टी के महासचिव के रूप में कार्य किया. उन्होंने एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली, जहां उनका वृद्धावस्था संबंधी बीमारियों का इलाज चल रहा था. उनके परिवार में उनकी पत्नी विजयलक्ष्मी और दो बेटे हैं. वे 1998 और 2004 में नलगोंडा निर्वाचन क्षेत्र से दो बार लोकसभा के लिए चुने गए.