India-Denmark Green Strategic Alliance: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिक्सन से टेलीफोन पर बातचीत की. बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने भारत-डेनमार्क ग्रीन स्ट्रैटेजिक एलायंस को और सशक्त बनाने के संकल्प को दोहराया. यह रणनीतिक साझेदारी मुख्य रूप से व्यापार, निवेश, नवाचार, ऊर्जा, जल प्रबंधन, खाद्य प्रसंस्करण और सतत विकास जैसे क्षेत्रों पर केंद्रित होगी. इस पहल से जलवायु परिवर्तन से निपटने और हरित प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच सहयोग और मजबूत होगा.
Had a very good conversation with Prime Minister Mette Frederiksen of Denmark today. We reaffirmed our strong commitment to strengthening our Green Strategic Partnership and to an early conclusion of the India-EU Free Trade Agreement. Conveyed best wishes for Denmark’s Presidency…
— Narendra Modi (@narendramodi) September 16, 2025
यूक्रेन संकट के समाधान पर विचार-विमर्श
टेलीफोनिक बातचीत में दोनों नेताओं ने यूक्रेन संकट के शांतिपूर्ण और त्वरित समाधान पर विचार-विमर्श किया. प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की शांति और स्थिरता बहाली के प्रति निरंतर समर्थन को दोहराया. भारत ने हाल के वर्षों में रूस और यूक्रेन के बीच मध्यस्थता की भूमिका निभाने की इच्छा जताई है, जो इस बातचीत में भी नजर आई. डेनमार्क की प्रधानमंत्री H.E. Mette Frederiksen ने भी इस पहल का समर्थन किया.
भारत-ईयू मुक्त व्यापार समझौते पर जोर
डेनमार्क की प्रधानमंत्री H.E. Mette Frederiksen ने भारत-ईयू मुक्त व्यापार समझौते के शीघ्र समापन के लिए मजबूत समर्थन व्यक्त किया. यह समझौता 2023 में €124 बिलियन के व्यापार को और बढ़ा सकता है, जो भारत के लिए आर्थिक वृद्धि का बड़ा अवसर होगा. इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी ने डेनमार्क के यूरोपीय संघ परिषद की अध्यक्षता और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अस्थायी सदस्यता के लिए शुभकामनाएं दीं.
2026 में AI शिखर सम्मेलन की तैयारी
डेनमार्क ने 2026 में भारत द्वारा आयोजित AI प्रभाव शिखर सम्मेलन की सफलता के लिए समर्थन जताया. यह कदम दोनों देशों के तकनीकी सहयोग को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकता है. न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, यह सम्मेलन वैश्विक AI नीतियों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है.