PM Modi Birthday Special: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन के अवसर पर श्रीलंका की राजधानी कोलंबो स्थित प्रसिद्ध बंबलापिटिया बोहरा मस्जिद में विशेष नमाज और दुआओं का आयोजन किया गया. बुधवार को हुए इस कार्यक्रम में दाऊदी बोहरा समुदाय के लोगों ने पीएम मोदी की लंबी उम्र, बेहतर स्वास्थ्य और निरंतर सफलता के लिए प्रार्थना की.
ग्लेनाबर प्लेस पर स्थित हुसैनी मस्जिद, जो श्रीलंका की सबसे बड़ी दाऊदी बोहरा मस्जिद मानी जाती है, वहां की जमात ने एक बार फिर यह दर्शाया कि प्रधानमंत्री मोदी से समुदाय का एक विशेष जुड़ाव है. उनका मानना है कि पीएम मोदी की नीतियों ने समाज को सकारात्मक दिशा दी है.
प्रधानमंत्री मोदी ने समय-समय पर भारत सहित दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में बोहरा समाज से मुलाकात की है. उन्होंने कई मौकों पर इस रिश्ते का ज़िक्र करते हुए कहा है, ‘जब मैं देश में या विदेश में कहीं भी जाता हूं, तो मेरे बोहरा भाई-बहन ज़रूर मिलने आते हैं.’
वक्फ़ संशोधन कानून में भूमिका
इसी साल अप्रैल 2025 में दाऊदी बोहरा समुदाय का एक प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके लोक कल्याण मार्ग स्थित आवास पर मिला था. इस दौरान प्रतिनिधियों ने वक्फ़ संशोधन अधिनियम लाने के लिए प्रधानमंत्री का आभार जताया. प्रतिनिधिमंडल में कारोबारी, डॉक्टर, शिक्षाविद और अन्य पेशेवर शामिल थे. उन्होंने पीएम मोदी को बताया कि वर्षों से उनकी संपत्तियों पर अनुचित दावा किया जाता रहा था.
प्रधानमंत्री ने भी समाज की सामाजिक कार्यों के प्रति परंपरा की सराहना की और कहा, जब इस कानून को लाने की प्रक्रिया शुरू हुई थी, तो सबसे पहले उन्होंने दाऊदी बोहरा समुदाय के धार्मिक प्रमुख सैयदना मुफ़द्दल सैफ़ुद्दीन से चर्चा की थी. पीएमओ के मुताबिक, सैयदना ने कानून से जुड़ी बारीकियों पर अहम सुझाव दिए थे, जिनसे यह अधिनियम और मज़बूत बना.
महाबोधि सोसायटी भी करेगी आयोजन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन पर श्रीलंका की महाबोधि सोसायटी एक विशेष धार्मिक आयोजन करने जा रही है. इससे पहले भी सोसायटी ने पीएम मोदी के जन्मदिन पर धार्मिक अनुष्ठान किए हैं. इस बार भी बुधवार को बौद्ध भिक्षुओं की सभा बुलाई गई है, जहां उनके अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घायु की कामना की जाएगी.
प्रधानमंत्री मोदी का दाऊदी बोहरा समाज से गहरा जुड़ाव और उनकी नीतियों में इस समुदाय की सक्रिय भागीदारी लगातार चर्चा का विषय रही है. श्रीलंका में हो रही यह विशेष दुआ इस रिश्ते को और सशक्त बनाती है.