टेलीमैटिक्स विकास केंद्र (सी-डॉट) के सीईओ डॉ. राजकुमार उपाध्याय ने कहा कि हमारे स्टार्टअप्स में जो जुनून, नवाचार और दृढ़ संकल्प है, वह देश के डिजिटल परिवर्तन को गति देने में एक अहम भूमिका निभा रहा है। संचार मंत्रालय द्वारा साझा की गई आधिकारिक जानकारी के अनुसार, दूरसंचार विभाग (DoT) के अधीन कार्यरत स्वायत्त अनुसंधान एवं विकास संस्था सी-डॉट ने मार्च 2025 में दूरसंचार और आईसीटी क्षेत्र के स्टार्टअप्स के लिए एक कटिंग-एज इनक्यूबेशन कार्यक्रम समर्थ शुरू किया था.
इनोवेशन की भावना हमारी शैक्षणिक प्रणाली
उपाध्याय ने कहा, समर्थ कोहोर्ट-I की सफलता का जश्न मनाते और कोहोर्ट-II की शुरुआत करते हुए, हम दूरसंचार और आईसीटी सेक्टर में नेक्स्ट जेनरेशन के लीडर्स को प्रोत्साहित करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं. उन्होंने आगे कहा, हमारा दृष्टिकोण और अधिक व्यापक है. हम अग्रणी संस्थानों में उत्कृष्टता के शैक्षणिक केंद्र स्थापित करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि इनोवेशन की भावना हमारी शैक्षणिक प्रणाली की जड़ों में समाहित हो.
समर्थ कार्यक्रम, प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत विजन के अनुरूप, स्टार्टअप्स और उद्योगों के साथ मिलकर स्वदेशी दूरसंचार उत्पादों एवं समाधानों के सह-निर्माण और विकास में नवाचार की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए सी-डॉट की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है. यह इनक्यूबेशन पहल टेलीकॉम एप्लीकेशंस, साइबर सुरक्षा, 5जी/6जी टेक्नोलॉजी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स और क्वांटम टेक्नोलॉजी जैसे अत्याधुनिक क्षेत्रों में काम कर रहे स्टार्टअप्स और इनोवेटर्स को व्यापक और समग्र सहायता प्रदान करती है.
कार्यक्रम के सफल कार्यान्वयन के लिए, सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया (STPI) और द इंडस एंटरप्रेन्योर्स (TiE) को सहयोगी भागीदार के रूप में चुना गया है.
प्रत्येक समूह में 18 स्टार्टअप शामिल
यह कार्यक्रम छह महीने की अवधि के लिए दो समूहों में तैयार किया गया है, जिसमें प्रत्येक समूह में 18 स्टार्टअप शामिल हैं, इस प्रकार इस पहल के तहत अधिकतम 36 स्टार्टअप को समर्थन प्रदान किया जा सकता है. कार्यक्रम के पहले चरण में, 18 स्टार्टअप्स को कोहोर्ट-I का हिस्सा बनने के लिए चुना गया और उन्हें अनुदान की पहली किश्त प्राप्त हुई. चयनित स्टार्टअप्स ने सी-डॉट द्वारा प्रस्तुत किए गए पाँच नवीनतम चुनौतियों (इनोवेटिव प्रॉब्लम स्टेटमेंट) पर गहन मेहनत और प्रतिबद्धता दिखाई. कुल 18 स्टार्टअप्स ने अपने कार्यों में महत्वपूर्ण प्रगति और प्रभावशाली परिणाम दिए। सितंबर 2025 में आयोजित डेमो दिवस के दौरान, उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के आधार पर टॉप पाँच स्टार्टअप्स को अगले चरण के लिए विशेष अनुदान प्रदान किया गया.