भारतीय इक्विटी बाजार अगले 12 महीनों में मजबूत उछाल दर्ज कर सकता है, और दिसंबर 2026 तक सेंसेक्स के 1,07,000 के स्तर को छूने की संभावना है, जो वर्तमान स्तर से करीब 26% अधिक होगा. ग्लोबल ब्रोकरेज हाउस मॉर्गन स्टेनली की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह तेजी सरकार द्वारा किए जा रहे नीतिगत सुधारों और बढ़ती आर्थिक गतिविधियों से मजबूत समर्थन प्राप्त करेगी. रिपोर्ट में यह भी उल्लेख है कि सुस्ती का चरण अब पीछे छूट चुका है और आने वाले महीनों में कॉर्पोरेट आय में उल्लेखनीय सुधार देखने को मिल सकता है.
ब्रोकरेज फर्म के मुताबिक, सरकार के नीतिगत फैसलों के कारण भारत की लंबी अवधि की विकास दर मजबूत बनी हुई है, जिससे घरेलू कारकों में सुधार हो रहा है. हालांकि, बाहरी कारकों से अर्थव्यवस्था को जोखिम बना हुआ है. रिपोर्ट में आगे कहा गया कि भारत के वैल्यूएशन भी आने वाले महीनों में मजबूत विकास को सपोर्ट कर रहे हैं और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों के पास भारतीय बाजार में अब तक की सबसे कम हिस्सेदारी है. बुल-केस सिनेरियो में बीएसई सेंसेक्स दिसंबर 2026 तक 1,07,000 तक पहुंच सकता है, जो कि मौजूदा स्तर से 26 प्रतिशत अधिक है.
बेस-केस परिदृश्य के अनुसार, सेंसेक्स 95,000 के स्तर तक पहुंच सकता है, जो वर्तमान स्तर से लगभग 13% अधिक है. इससे पहले मॉर्गन स्टेनली ने अनुमान लगाया था कि सेंसेक्स जून 2026 तक 1,00,000 के आंकड़े को पार कर सकता है. विश्लेषकों के अनुसार, भारतीय शेयर बाजार के मूल्यांकन में हाल ही में सुधार आया है और अक्टूबर 2025 में यह अपने निचले स्तर पर था. उनका कहना है कि आने वाले महीनों में सकारात्मक तेजी देखने को मिल सकती है, जो बाजार की पुनः रेटिंग को मजबूती प्रदान करेगी. वर्तमान में सेंसेक्स अपने ऐतिहासिक उच्च स्तर 85,478.25 के करीब, लगभग 84,700 के आसपास कारोबार कर रहा है.