‘दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र, 75 साल का अनुभव…’, स्वीडन में ज्ञानेश कुमार ने किया भारत और चुनाव आयोग का बखान  

Aarti Kushwaha
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Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Gyanesh Kumar: मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने साल 2026 के लिए अतंरराष्ट्रीय लोकतंत्र और चुनावी सहायता संस्थान (International IDEA) का अध्यक्ष पद संभालने के बाद कहा कि मैं भारत का रहने वाला हूं. भारत की बात बताता हूं. भारत में लोकसभा चुनाव के दौरान चुनाव आयोग के पास एक करोड़ से अधिक कर्मचारी हो जाते हैं, ऐसे में यह दुनिया का सबसे बड़ा संगठन बन जाता है.

अतंरराष्ट्रीय लोकतंत्र और चुनावी सहायता संस्थान के अध्‍यक्ष पद संभालने के बाद उन्‍होंने अपने पहले भाषण के दौरान कहा कि “हम दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित लोकतांत्रिक देशों के प्रतिनिधि हैं. भारत का रहने वाला हूं, भारत की बात सुनाता हूं. भारत लोकतंत्र की जननी भी है और आज दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र भी है.”

चुनाव कराने का 75 साल का अनुभवः ज्ञानेश

ज्ञानेश कुमार ने कहा कि “भारत का चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था है. देश में राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और संसद के अलावा विधानसभाओं तथा विधान परिषदों का चुनाव कराना चुनाव आयोग का संवैधानिक दायित्व है. उन्‍होंने कहा कि भारत के 28 राज्यों और 8 संघ शासित प्रदेशों में 90 करोड़ से अधिक वोटर्स हैं और चुनाव आयोग को उनकी पात्रता के अनुरूप शुद्ध वोटर लिस्ट बनाना तथा पारदर्शी चुनाव कराने का करीब 75 साल का अनुभव है.”

चुनाव आयोग की तारीफ करते हुए उन्‍होंने कहा कि “लोकसभा चुनावों के दौरान चुनाव आयोग एक करोड़ से अधिक कर्मचारियों सहित दुनिया का सबसे बड़ा संगठन बन जाता है. दुनिया के जाने-माने 35 जनतांत्रिक देशों और 2 देशों के पर्यवेक्षकों की भागीदारी वाली प्रतिष्ठित संस्था International IDEA के अध्यक्ष के रूप में भारत को देखकर देश का हर नागरिक गौरवान्वित महसूस कर रहा है.

उन्‍होंने कहा कि मैं मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में ज्ञानेश कुमार यहां आए सभी प्रतिनिधियों का अभिनंदन करता हूं. मैं International IDEA की अध्यक्षता स्वीकार करता हूं. मैं अपने कार्यकाल में दुनिया के देशों में लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को सशक्त बनाने की दिशा में काम करूंगा.”

35 देशों और 2 पर्यवेक्षकों वाला संगठन

बता दें कि ज्ञानेश कुमार ने 3 दिसंबर को स्वीडन के स्टॉकहोम में आयोजित अंतरराष्ट्रीय आईडीईए (International Institute for Democracy and Electoral Assistance) के सदस्य देशों के साथ बैठक में परिषद की अध्यक्षता स्वीकार की. ऐसे में अब वो अध्यक्ष के रूप में अगले साल 2026 के दौरान परिषद की सभी बैठकों की अगुवाई करेंगे.

भारत के लिए संगठन की अध्‍यक्षता करना बड़ी उपलब्धि

इंटरनेशनल आईडीईए की स्थापना साल 1995 में की गई थी और यह एक अंतर-सरकारी संगठन है जो दुनियाभर में लोकतांत्रिक संस्थाओं और प्रक्रियाओं को मजबूत करने को लेकर काम करता है. वर्तमान में इसके 35 देश सदस्य हैं और इस बार भारत इस संगठन की अध्‍यक्षता करने वाला है, जो देश के बहुत बड़ी उपलब्धि है.

मुख्य चुनाव आयुक्त के पास अध्यक्षता का आना चुनाव आयोग को दुनिया के सबसे विश्वसनीय और इनोवेटिव इलेक्शन मैनेजमेंट बॉडीज (EMBs) में से एक के रूप में ग्लोबल स्तर पर मान्यता प्रदान करती है. भारत आईआईडीईए का संस्थापक सदस्य रहा है और उसने संगठन के शासन, लोकतांत्रिक संवाद और संस्थागत पहलों में लगातार योगदान ही दिया है.

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