Astro Tips For Sawan, Garh Kailash Temple in Ratlam: भगवान शिव की पूजा आराधना के पवित्र माह सावन की शुरुआत हो गई है. शिव भक्त प्राचीन शिव मंदिरों में जाकर शिवलिंग पर जलाभिषेक करके सुख-समृद्धि की कामना कर रहे हैं. सावन के पावन महीने में झूला-झूलने का विशेष महत्व है. ऐसे में आज हम आपको भारत के एक ऐसे मंदिर के बारे में बता रहे हैं, जहां झूला-झूलने से भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है और हमारी मनोकामना पूरी होती है. आइए जानते हैं इस मंदिर के बारे में…
दरअसल, हम बात कर रहे मध्य प्रदेश के रतलाम में स्थित गढ़ कैलाश मंदिर की, इस मंदिर में सैकड़ों साल पुराना पेड़ हैं. इस पेड़ में झूले लगे हुए हैं. इस पेड़ के बारे में ऐसी मान्यता है कि यहां सावन महीने में झूला-झूलने से भक्तों की मनोकामना पूरी होती है.
जानिए क्या है मान्यता
सावन महीने की शुरुआत होते ही इस मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ लग रही है. इस मंदिर में लोग पेड़ में बंधे झूले झूल रहे हैं. इस मंदिर के बारे में ऐसी मान्यता है कि जो लोग यहां भगवान शिव के दर्शन के बाद इस झूले में झुलते हैं. उनके परिवार में खुशहाली और सुख-समृद्धि आती है. वहीं इस मंदिर में यह भी मान्यता है कि जो पति-पत्नी इस मंदिर में एक साथ भगवान शिव का दर्शन पूजन कर झूला झूलते हैं, उनके वैवाहिक जीवन में कभी कोई समस्या नहीं आती है.
नागपंचमी पर लगती है भारी भीड़
सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी यानी नाग पंचमी के दिन इस मंदिर में भक्तों की और ज्यादा भीड़ देखने को मिलती है. यहां लोग महादेव की पूजा करने के बाद झूला झूलते हैं और परिवार की सुख समृद्धि की कामना करते हैं.
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मंदिर की खासियत
रतलाम शहर में स्थित प्राचीन गढ़ कैलाश महादेव मंदिर की सबसे बड़ी खासियत है कि यहां पर 1 ही पत्थर पर शिव परिवार की प्रतिमा बहुत ही अलौकिक तरीके से तराशी गई है. इस प्रतिमा पर शिव पार्वती नंदी पर विराजमान हैं और साथ में गणेश भगवान और कार्तिकेय भी विराजित हैं.
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(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और स्थानीय किवदंतियों पर आधारित है. The Printlines इसकी पुष्टि नहीं करता है.)