जेएम फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशनल सिक्योरिटीज ने अदाणी ग्रीन एनर्जी के लिए बुलिश आउटलुक जताते हुए ‘बाय’ रेटिंग दी है और 1,289 रुपए प्रति शेयर का टारगेट प्राइस रखा है. इसके पीछे कंपनी की मजबूत विकास योजना, ठोस कैशफ्लो और 2030 तक रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता को 50 गीगावाट तक बढ़ाने का लक्ष्य प्रमुख कारण हैं.
ब्रोकरेज के मुताबिक, अदाणी ग्रीन एनर्जी के इस विस्तार का अधिकतर हिस्सा गुजरात में मौजूद 30 गीगावाट के खावड़ा रिन्यूएबल एनर्जी पार्क से आएगा. ब्रोकरेज ने आगे कहा कि कंपनी द्वारा 50 गीगावाट क्षमता का महत्वाकांक्षी लक्ष्य पाना संभव है, क्योंकि अदाणी ग्रीन के एग्जीक्यूशन का इतिहास काफी मजबूत है और 2.5 लाख एकड़ में फैले इसके लैंड बैंक से इसे मजबूत सपोर्ट है.
इसके अलावा अदाणी ग्रुप का ट्रांसमिशन बिजनेस भी इसे मजबूती प्रदान करता है. रिपोर्ट में बताया गया कि कंपनी एडवांस टेक्नोलॉजी को अपना रही है, जिसमें 5.2 मेगावाट की विंड टरबाइन भी शामिल हैं, जिससे दक्षता में इजाफा हो रहा है. कंपनी की 81% उत्पादन क्षमता 25 साल की लंबी अवधि वाले पावर परचेसिंग एग्रीमेंट से सुरक्षित है, जिससे अदाणी ग्रीन को स्थिर और लंबे समय तक मजबूत कैश फ्लो प्राप्त होगा.
पिछले तीन वर्षों में कंपनी की आय, ईबीआईटीडीए और कर के बाद मुनाफे में क्रमशः 30%, 36% और 57% की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) दर्ज की गई है. इसके अलावा, ईबीआईटीडीए मार्जिन बढ़कर 79% हो गया और नेट डेट लेवल आय के अनुपात में सुधरकर वित्त वर्ष 2025 में 7.4 गुना रह गया. ब्रोकरेज फर्म का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2025 से 2028 के बीच अदाणी ग्रीन एनर्जी लगातार मजबूत वृद्धि दर्ज करेगी.
इस दौरान आय में 29%, ईबीआईटीडीए में 32% और मुनाफे में 41% की अपेक्षित चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) रहने का अनुमान है, साथ ही ईबीआईटीडीए मार्जिन और मजबूत होकर 83% तक पहुँच सकता है.