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The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
भारतीय नागरिक अब अधिक सक्रिय, व्यक्तिगत अनुभव वाली और सुविधाजनक सरकारी सेवाओं की अपेक्षा कर रहे हैं और इसके लिए वे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) एजेंट्स को अपनाने को पूरी तरह तैयार हैं. शुक्रवार को जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक, 100% प्रतिभागियों ने कहा कि वे सरकारी सेवाओं के लिए एआई एजेंट का उपयोग करना चाहेंगे. वहीं, दूसरी ओर, सरकारी संस्थाएं जनता की इन बढ़ती अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए उत्तरदायित्व, कार्यकुशलता और उत्पादकता को बेहतर बनाने के नए रास्ते तलाश रही हैं.
ग्लोबल एआई सीआरएम लीडर सेल्सफोर्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा, 95% भारतीय नागरिक उन सरकारी योजनाओं में स्वचालित रूप शामिल होने में रुचि रखते हैं, जिनके वे पात्र हैं. वे चाहते हैं कि सरकार उनकी जरूरतों का अंदाजा पहले ही लगा ले, प्रक्रियाओं को सरल बनाए और सक्रिय रूप से सेवाएं प्रदान करे. लगभग 94% भारतीय नागरिक सरकारी सेवाओं के लिए पहले से भरे हुए फॉर्म चाहते हैं. वहीं, 94% भारतीय नागरिक ऑटो एमरजेंसी रिस्पॉन्स कॉर्डिनेशन और पर्सनलाइज्ड नोटिफिकेशन प्राप्त करने में रुचि रखते हैं.
सेल्सफोर्स- साउथ एशिया की प्रेसिडेंट और सीईओ अरुंधति भट्टाचार्य ने कहा, भारत का डिजिटल परिवर्तन दुनिया में सबसे महत्वाकांक्षी है और एआई एजेंट इस यात्रा को तेजी से आगे बढ़ाने का एक शानदार अवसर प्रदान करते हैं. एआई एजेंट सरकार को नागरिकों को सेवाएं देने के तरीके को बदलने का एक क्रांतिकारी अवसर देते हैं, जिससे सेवाएं तेज, अधिक सहज और समावेशी बन सकें. उन्होंने कहा, हाई-वैल्यूम और रूटीन इंटरैक्शन को ऑटोमैटिक कर एआई एजेंट्स पब्लिक सर्वेंट्स को कुछ बेहतर ह्युमन-टास्क करने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए फ्री कर सकते हैं.
रिपोर्ट के अनुसार, 86% भारतीय नागरिक उम्मीद करते हैं कि सरकार सक्रिय रूप से अधिक प्रासंगिक सेवाएं प्रदान करे। सरकारी क्षेत्र अपनी सेवा वितरण में जो सबसे महत्वपूर्ण सुधार कर सकता है, उनमें 24/7 सहायता प्रदान करना, नागरिकों की जरूरतों का तुरंत जवाब देना और डेटा सुरक्षा में सुधार करना शामिल है.
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि नागरिकों में एआई एजेंट का उपयोग करने की रुचि बढ़ती जा रही है, खासकर तब जब ये एजेंट सुविधाजनक और सुरक्षित सेवाएं प्रदान करें. यदि AI एजेंट 24×7 सेवाओं और जानकारी तक पहुंच उपलब्ध कराए, तो करीब 70% नागरिक इसके उपयोग को प्राथमिकता देंगे. वहीं, 55% नागरिक ऐसे एआई एजेंट को अपनाना चाहेंगे जो अधिक व्यक्तिगत (पर्सनलाइज्ड) सहायता प्रदान करें. 53% लोगों ने कहा कि वे तभी AI एजेंट का उपयोग करना चाहेंगे जब उनकी व्यक्तिगत जानकारी पूरी तरह सुरक्षित रखी जाए.