भारत के कमर्शियल ऑफिस रियल एस्टेट सेक्टर (Commercial Office Real Estate Sector) ने 2025 की पहली छमाही में मजबूत प्रदर्शन दर्ज किया है. शनिवार को जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक, देश के शीर्ष 7 शहरों में नेट ऑफिस लीजिंग सालाना आधार पर 40% की बढ़ोतरी के साथ 26.8 मिलियन वर्ग फुट तक पहुंच गई. इसमें बेंगलुरु ने 6.55 मिलियन वर्ग फुट के अब्सॉर्प्शन के साथ नेतृत्व बरकरार रखा, जबकि पुणे 188% की जबरदस्त वृद्धि के साथ सबसे तेजी से उभरता हुआ बाजार बना.
ऑफिस रियल एस्टेट में 25% नई सप्लाई
एनारॉक ग्रुप के कमर्शियल लीजिंग एंड एडवाइजरी- एमडी पीयूष जैन (Piyush Jain) ने कहा, नई ऑफिस सप्लाई 25% बढ़कर 24.51 मिलियन वर्ग फुट हो गई, जिससे बाजार में संतुलित गतिशीलता बनी. रिक्तियों की दर मामूली रूप से बढ़कर 16.3% हो गई और औसत किराया 4% बढ़कर 88 रुपए प्रति वर्ग फुट प्रति माह हो गया. IT-ITES क्षेत्र 29%बाजार हिस्सेदारी के साथ सबसे आगे रहा, उसके बाद 22% हिस्सेदारी के साथ को-वर्किंग स्पेस का स्थान रहा.
जीसीसी विस्तार से ऑफिस स्पेस की मांग में उछाल
ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर (Global Capability Center) के विस्तार और लगातार बने कॉर्पोरेट भरोसे की वजह से ऑफिस रियल एस्टेट बाजार की नींव और मजबूत हुई है, जिससे यह सेक्टर 2025 तक स्थिर विकास की ओर बढ़ रहा है. रिपोर्ट के अनुसार, 2025 की पहली छमाही में जीसीसी ने ऑफिस स्पेस की मांग को खासा बढ़ावा दिया.
इस दौरान बेंगलुरु में 5.45 मिलियन वर्ग फुट, NCR में 2.81 मिलियन वर्ग फुट, पुणे में 2.77 मिलियन वर्ग फुट, चेन्नई में 0.95 मिलियन वर्ग फुट और हैदराबाद में 1.93 मिलियन वर्ग फुट का ऑफिस स्पेस लीज पर दिया गया.
बेंगलुरु 64% की वृद्धि के साथ रहा सबसे आगे
बेंगलुरु 64% की वृद्धि के साथ सबसे आगे रहा, पुणे में ऑफिस अब्सॉर्प्शन में 188% और नई सप्लाई में 533% की वृद्धि देखी गई. रिपोर्ट में बताया गया है कि नए ऑफिस सप्लाई के मामले में, 2025 की पहली छमाही में 24.51 मिलियन वर्ग फुट की सप्लाई हुई, जो पिछले वर्ष के 19.65 मिलियन वर्ग फुट की तुलना में 25% की वृद्धि दर्शाता है.
2025 की पहली छमाही में एवरेज ऑफिस रेंटल 88 रुपए प्रति वर्ग फुट प्रति माह था, जो 4% की स्थिर वृद्धि को दर्शाता है और मजबूत मांग के बावजूद स्थिर मूल्य निर्धारण गतिशीलता को दर्शाता है. भारत के शीर्ष शहरों में मजबूत मांग के बीच किराए में 4% की वृद्धि के साथ ऑफिस रिक्तियां घटकर 16.3% रह गई. टेक सेक्टर ने लीजिंग शेयर में 29% की वृद्धि दर्ज की.
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