Stock Market: हफ्ते के पहले कारोबारी दिन यानी सोमवार को भारतीय शेयर बाजार भारी-उतार चढ़ाव के बाद आखिरकार लाल निशान में बंद हुआ. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स बड़ी रिकवरी के बाद भी कारोबार के अंत में लाल निशान में बंद हुआ. बीएसई सेंसेक्स 77 अंक यानी 0.09 प्रतिशत की मामूली गिरावट लेकर 81,373 के स्तर पर बंद हुआ.
इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 34.1 अंक फिसलकर 24,716.60 के स्तर पर बंद हुआ. कारोबार में निफ्टी पर अडानी पोर्ट्स, एमएंडएम, इटरनल, टाटा कंज्यूमर, पावर ग्रिड कॉर्प प्रमुख लाभ में रहे, जबकि हीरो मोटोकॉर्प, टेक महिंद्रा, जेएसडब्ल्यू स्टील, एचडीएफसी लाइफ, टाटा स्टील में गिरावट आई.
आईटी और मेटल इंडेक्स में गिरावट
सेक्टरल सूचकांकों की बात करें तो पीएसयू बैंक और रियल्टी में 2-2 फीसदी की तेजी दर्ज की गई. इसके विपरीत कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, आईटी और मेटल इंडेक्स में 0.5-0.5 प्रतिशत की गिरावट आई. बीएसई मिडकैप इंडेक्स में 0.6 फीसदी और स्मॉलकैप इंडेक्स में 0.4 फीसदी की तेजी आई.
बाजार गिरने की क्या रही वजह
जानकारों के अनुसार, सोमवार को शेयर बाजार में गिरावट के पीछे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शुक्रवार को 4 जून से आयातित इस्पात और एल्युमीनियम पर टैरिफ को दोगुना कर 50 फीसदी करने की धमकी दी. ताजा टैरिफ झटके ने ग्लोबल लेवल पर बाजारों को हिलाकर रख दिया. बाजार विशेषज्ञों ने बताया कि निवेशक चुनिंदा दिग्गज शेयरों में मुनाफावसूली कर रहे हैं.
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने भारतीय शेयरों की खरीद कम कर दी है, जिससे बाजार पर दबाव पड़ रहा है. साथ ही घरेलू बाजार में नए सकारात्मक संकेतों का अभाव है, जिनके वजह से प्रमुख सूचकांक ऊपर नहीं जा पा रहे हैं.
ये भी पढ़ें :- मई में Kia India की बिक्री में 14 प्रतिशत की बढ़ोतरी, TVS Motor की बिक्री भी बढ़ी