Stock Market: तेजी के साथ शेयर बाजार बंद, सेंसेक्स-निफ्टी दोनों उछले

Raginee Rai
Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Must Read
Raginee Rai
Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Stock Market: कारोबारी हफ्ते के तीसरे दिन शेयर बाजार में सुस्ती के बाद अच्छी तेजी दर्ज की गई. आज बॉम्‍बे स्‍टॉक एक्‍सचेंज का सेंसेक्स (BSE Sensex) 539.83 अंक चढ़कर 82,726.64 के स्‍तर पर बंद हुआ. वहीं, नेशनल स्‍टॉक एक्‍सचेंज का निफ्टी 159.00 अंक की बढ़त लेकर 25,219.90 के स्‍तर पर पहुंच गया. बीएसई सेंसेक्स में शामिल 30 कंपनियों में से टाटा मोटर्स, मारुति, इटर्नल (पूर्व में जोमैटो),रिलायंस, अदाणी पोर्ट्स और भारती एयरटेल के शेयर सबसे अधिक लाभ में दिखे. हालांकि, टाइटन, टाटा स्टील, इंफोसिस आदि में गिरावट दर्ज की गई.

एशियाई बाजारों में जापान का निक्की 225, चीन का शंघाई एसएसई कम्पोजिट, हांगकांग का हैंगसेंग और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी फायदे में दिखे. अमेरिकी बाजार मंगलवार को सकारात्मक रुख लेकर बंद हुए थे. अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.23 फीसदी की बढ़त लेकर 68.75 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा.

शेयर बाजार में तेजी आने की वजह

स्टॉक मार्केट एक्सपर्ट के अनुसार, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, भारती एयरटेल, रिलायंस इंडस्ट्रीज और इंफोसिस समेत चुनिंदा दिग्गज शेयरों में खरीदारी के वजह से भारतीय शेयर बाजार में तेजी आई. वहीं, दूसरी ओर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा जापान के साथ व्यापार समझौते की घोषणा के बाद सकारात्मक वैश्विक संकेतों ने भी बाजार को मजबूती देने का काम किया.

अमेरिकी राष्‍ट्रपति ट्रंप ने कहा कि अमेरिका और जापान ने एक व्यापार समझौते को अंतिम रूप दे दिया है, जिसके तहत अमेरिका में जापानी आयात पर 15 फीसदी टैरिफ लगाया जाएगा. जापान के साथ हुए इस समझौते ने उम्मीद जगा दी है कि अमेरिका जल्द ही भारत और चीन समेत अन्य प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के साथ समझौते कर सकता है.

ये भी पढ़ें :- 2028 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा भारत: Morgan Stanley

 

Latest News

China Forex Reserves Growth: चीन का विदेशी मुद्रा भंडार अगस्त में 33 खरब अमेरिकी डॉलर के पार

अगस्त 2025 तक चीन के विदेशी मुद्रा भंडार में 29 अरब 90 करोड़ डॉलर की वृद्धि दर्ज हुई है, जो अर्थव्यवस्था में मजबूत स्थिरता और वैश्विक वित्तीय परिसंपत्तियों के मूल्य बढ़ोतरी के कारण संभव हुई.

More Articles Like This