संचार मंत्रालय ने 3 सितंबर को ट्राई (भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण) की “भारतीय दूरसंचार सेवा प्रदर्शन संकेतक रिपोर्ट” के आंकड़े जारी किए हैं. यह रिपोर्ट मार्च-जून 2025 तिमाही के लिए तैयार की गई है. रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की कुल संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है.
मार्च 2025 के अंत में देश में इंटरनेट ग्राहकों की संख्या 96.91 करोड़ थी, जो जून 2025 के अंत तक बढ़कर 100.28 करोड़ हो गई यानी 3.48% की वृद्धि.. इनमें से 95.81 करोड़ उपभोक्ता वायरलेस इंटरनेट सेवाओं का उपयोग कर रहे हैं, जबकि 4.47 करोड़ के पास वायर्ड इंटरनेट कनेक्शन हैं.
भारत में इंटरनेट ग्राहकों का डेटा- मुख्य बिंदु
- ट्राई के आंकड़ों के अनुसार 30 जून, 2025 तक भारत में इंटरनेट /ब्रॉडबैंड ग्राहकों की कुल संख्या 100.28 करोड़ है.
- यह पिछली तिमाही की तुलना में 3.48 प्रतिशत की वृद्धि है.
- कुल उपभोक्ताओं में से 2.31 करोड़ नैरोबैंड उपभोक्ता हैं, जबकि 97.97 करोड़ ब्रॉडबैंड उपभोक्ता हैं.
- इसके अलावा, 4.47 करोड़ उपभोक्ता वायर्ड इंटरनेट सेवाओं का उपयोग करते हैं, जबकि 95.81 करोड़ उपभोक्ता वायरलेस इंटरनेट सेवाओं का उपयोग करते हैं.
- जनसांख्यिकी के संदर्भ में, शहरी इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या लगभग 57.94 करोड़ है, जबकि ग्रामीण इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या 42.33 करोड़ है.
- आंकड़ों से पता चला कि वायरलेस सेवाओं के प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व (एआरपीयू) के संदर्भ में राजस्व और उपयोग पैरामीटर 186.62 रुपये है ; जबकि प्रत्येक महीने प्रति वायरलेस उपभोक्ता औसत उपयोग मिनट (एमओयू) 16.76 घंटे (1006 मिनट) है.
- डेटा उपयोग के संदर्भ में, प्रत्येक माह प्रति ग्राहक औसत वायरलेस डेटा उपयोग 24.01 जीबी दर्ज किया गया; तिमाही के दौरान वायरलेस डेटा उपयोग के लिए प्रति जीबी औसत राजस्व प्राप्ति ₹ 8.51 रही.
- तिमाही के दौरान 71.20 लाख ग्राहकों की शुद्ध वृद्धि के साथ, कुल वायरलेस ( मोबाइल + 5जी एफडब्ल्यूए) ग्राहक आधार मार्च, 2025 के अंत में 116 करोड़ से बढ़कर जून, 2025 के अंत में 117 करोड़ हो गया, जो पिछली तिमाही की तुलना में 0.61 प्रतिशत की वृद्धि दर दर्ज करता है.
- इसके अलावा, तिमाही के दौरान 60 लाख उपभोक्ताओं की शुद्ध वृद्धि के साथ, वायरलेस (मोबाइल) उपभोक्ता आधार मार्च, 2025 के अंत में 115 करोड़ से बढ़कर जून, 2025 के अंत में 116 करोड़ हो गया, जो पिछली तिमाही की तुलना में 0.52 प्रतिशत की वृद्धि दर दर्ज करता है.