Telangana: तेलंगाना से बड़ी खबर सामने आई है. यहां डीजीपी बी शिवधर रेड्डी के सामने एक साथ 37 माओवादियों ने सरेंडर कर दिया है. उन्होंने भारी मात्रा में हथियार भी सौंप दिए हैं. खुद तेलंगाना के डीजीपी ने माओवादियों के सरेंडर के बारे में जानकारी दी. इन माओवादियों में तीन माओवादी शीर्ष स्तर के माओवादी है. डीजीपी बी शिवधर रेड्डी ने संवाददाताओं को बताया कि सरेंडर करने वाले माओवादियों में तीन राज्य समिति सदस्य, तीन संभागीय समिति सदस्य, नौ क्षेत्र समिति सदस्य और 22 अन्य भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के सदस्य शामिल हैं.
तेलंगाना के डीजीपी बी शिवधर रेड्डी ने बताया
तेलंगाना के डीजीपी बी शिवधर रेड्डी ने बताया कि तीन राज्य समिति के सदस्य कोय्यदा सांबैया (49 वर्ष) उर्फ आजाद, अप्पासी नारायण उर्फ रमेश (70) और मुचाकी सोमादा हैं. सांबैया और नारायण तेलंगाना समिति से संबंधित हैं, जबकि सोमादा माओवादियों की दंडकारण्य विशेष क्षेत्रीय समिति का हिस्सा था. वहीं, डीजीपी के सामने सरेंडर करने वाले माओवादियों ने एक एके-47 राइफल, दो एसएलआर राइफल, चार 303 राइफल, एक जी3 राइफल और 346 राउंड गोलियां भी सौंप दीं.
माओवादियों पर 1.40 करोड़ का था इनाम
डीजीपी ने कहा कि माओवादियों ने मुख्य धारा में शामिल होने की मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी की अपील पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि निरंतर माओवादी विरोधी अभियान, वैचारिक मतभेद और संगठन के भीतर आंतरिक दरार ने उनके सरेंडर के निर्णय को प्रभावित किया. सरेंडर करने वाले माओवादियों पर कुल 1.40 करोड़ रुपये का नकद इनाम है, जिसमें सांबैया और नारायण पर 20-20 लाख रुपये का इनाम है. DGP ने भाकपा (माओवादी) के सभी कार्यकर्ताओं से आगे आने और मुख्यधारा में शामिल होने का आग्रह किया.
कुछ दिन पहले मारा गया था हिडमा
मालूम हो कि कुछ दिन पहले ही आंध्र प्रदेश में एक कुख्यात माओवादी हिडमा को सुरक्षा बलो ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया था. सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में हिडमा और उसकी पत्नी सहित कुल 6 माओवादी मारे गए थे. अकेले हिडमा पर 1 करोड़ रुपये का इनाम घोषित था. माडवी हिडमा छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के पुववर्ती गांव की आदिवासी जनजाति मुरिया से ताल्लुक रखता था.