काहिरा: शुक्रवार की रात गाजा शहर पर इजरायली सेना ने बड़ा हवाई हमला किया है. इस हमले में कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य लोग घायल हो गए. इज़रायल ने हमास द्वारा बंधकों को रिहा न करने से गाज़ा में अपने सैन्य अभियान को और तेज कर दिया है. आईडीएफ ने गाजा में रह रहे फिलिस्तीनियों से शहर छोड़ने का आग्र किया है.
यह हमले ऐसे समय में हो रहे हैं, जब कुछ पश्चिमी देश गाज़ा युद्ध से थक चुके हैं और अब फिलिस्तीनी राज्य को मान्यता देने की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं. यह मुद्दा संयुक्त राष्ट्र महासभा में अगले सप्ताह होने वाली विश्व नेताओं की बैठक में उठ सकता है. शुक्रवार को पुर्तगाल के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए कहा कि वह रविवार को आधिकारिक रूप से फिलिस्तीन को मान्यता देगा. इससे पहले उसने अपने इरादे जताए थे, लेकिन अब तारीख तय कर दी गई है.
फिलिस्तीन को ये देश मान्यता देने का कर चुके हैं ऐलान
पुर्तगाल के अलावा ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, माल्टा, बेल्जियम और लक्ज़मबर्ग जैसे पश्चिमी देशों से भी आगामी दिनों में फिलिस्तीन को मान्यता मिलने की संभावना है, क्योंकि इनके राष्ट्राध्यक्ष पहले ही यह संकेत दे चुके हैं.
गाजा में गहराया मानवीय संकट
इस सप्ताह गाजा में शुरू हुए इज़राइल के नए सैन्य अभियान से संघर्ष और गहराता जा रहा है, जिससे संभावित संघर्षविराम और दूर चला गया है. इज़रायली सेना का कहना है कि उसका उद्देश्य है, “हमास की सैन्य संरचना को नष्ट करना.” लेकिन इस अभियान की कोई समयसीमा तय नहीं की गई है और यह महीनों तक चल सकता है. इससे गाजा में मानवीय संकट गहरा गया है.