PAK Heavy Rains: पाकिस्तान में भारी बारिश का कहर, कई जिलों में आई बाढ़, 24 लोगों की मौत, भूस्खलन की भी मार

Ved Prakash Sharma
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

PAK Heavy Rains: पाकिस्तान में पिछले दो दिनों से लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है. इसके कारण कई इलाकों में तबाही मच गई है. अचानक आए बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में अब तक कम से कम 24 लोगों की जान जा चुकी हैं, जबकि कई लोग लापता हैं. राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए गए हैं, लेकिन कई इलाकों में सड़कों के टूटने, पुल बह जाने और नदियों के जलस्तर बढ़ने से हालात बेहद खराब बने हुए हैं.

बारिश से खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के लोअर दीर, बाजौर और एबटाबाद जिलों में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. लोअर दीर के मैदान सोरी पाओ इलाके में एक घर की छत गिरने से पांच लोगों की जान चली गई, जबकि चार लोग घायल हुए.। नजदीकी इलाकों में बाढ़ और भूस्खलन ने कई घरों को नुकसान पहुंचाया. बाजौर जिले के जब्रारी और सालारजई क्षेत्रों में बादल फटने से आई बाढ़ में नौ लोगों की मौत हो गई और 17 से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं. पानी का स्तर खतरनाक रूप से बढ़ने के कारण कई गांवों का संपर्क कट गया है.

गिलगित-बाल्टिस्तान के गिजर जिले में बाढ़ और भूस्खलन से आठ लोगों की मौत हो गई, जबकि दो लोग अब भी लापता हैं. इस आपदा में दर्जनों घर, स्कूल और स्वास्थ्य केंद्र नष्ट हो गए हैं. कराकोरम और बाल्टिस्तान हाईवे कई जगहों पर बंद हो गए हैं, जिससे यातायात पूरी तरह ठप है. नीलम घाटी में भी हालात गंभीर हैं, जहां 600 से अधिक पर्यटक रत्ती गली झील के पास फंसे हुए हैं. यहां के कई पुल बह गए हैं और सड़कें टूट गई हैं.

प्रशासन ने सुरक्षित स्थानों पर जाने की दी चेतावनी

भारी बारिश की वजह से नीलम नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिसके चलते प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वाले परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की चेतावनी दी है. झेलम घाटी में बादल फटने से कई गाड़ियां फंस गई हैं, जबकि पाक-अधिकृत कश्मीर के मुजफ्फराबाद जिले में एक बड़े भूस्खलन में एक ही परिवार के 6 सदस्य दब गए. सुधनोटी जिले में 26 वर्षीय युवक की पानी में बहकर मौत हो गई, जबकि बाग जिले में घर गिरने से 57 वर्षीय महिला की मौत हो गई.

राहत कार्य में तेजी लाने का सरकार ने दिया निर्देश
पाकिस्तान के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने सभी जिलों को हाई अलर्ट पर रहने और राहत-बचाव कार्यों में पूरी तरह से तेजी लाने के निर्देश दिए हैं. मालाकंड और बाजौर के अफसरों को खुद मौके पर निगरानी करने को कहा गया है. सेना का हेलिकॉप्टर भी बचाव कार्यों के लिए भेजा गया है. प्रशासन ने लोगों को अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है.

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