इस्लामाबादः ऑपरेशन सिंदूर नाम से भारतीय सेना द्वारा एक ऑपरेशन चलाया गया. इस ऑपरेशन को लॉन्च करने का मकसद था पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेना. इसके बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान ने 9 आतंकवादी ठिकानों पर मिसाइल और ड्रोन से हमला कर 100 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया. इसके बाद जब पाकिस्तान ने भारत पर मिसाइल और ड्रोन से हमला किया तो उसे हमारे डिफेंस सिस्टम ने मार गिराया. भारत द्वारा आतंकियों पर की गई कार्रवाई और फिर पाकिस्तान द्वारा हमले की कोशिश करने के बाद मिले करारा जवाब के बाद पाकिस्तान सरकार अब बौखलाहट बढ़ गई है.
इस बीच पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग के एक कर्मचारी को जासूसी के आरोप में आवंछित घोषित कर दिया. पाकिस्तान ने भारतीय राजनयिक और उनके परिवार को 24 घंटे के अंदर पाकिस्तान छोड़ने का आदेश दिया है.
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक्स पर लिखा
एक्स पर एक पोस्ट करते हुए पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने लिखा, “इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग के एक कर्मचारी को अवांछित व्यक्ति घोषित किया गया है.” “पाकिस्तान सरकार ने इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग के एक कर्मचारी को उसकी विशेषाधिकार प्राप्त स्थिति के साथ असंगत गतिविधियों में संलग्न होने के लिए अवांछित व्यक्ति घोषित किया है. संबंधित अधिकारी को 24 घंटे के अंदर पाकिस्तान छोड़ने का निर्देश दिया गया है.” पोस्ट में कहा, “भारतीय उच्चायुक्त को आज विदेश मंत्रालय में बुलाया गया था और इस आदेश से अवगत कराया गया.”
भारत के एक्शन से बौखलाया पाकिस्तान
मालूम हो कि भारत ने मंगलवार को नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में कार्यरत एक पाकिस्तानी अदिकारी को भारत में उसकी आधिकारिक स्थिति के अनुरूप नहीं होने वाली गतिविधियों में संलिप्त होने के कारण ‘अवांछित व्यक्ति’ घोषित किया था.
विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया, “भारत सरकार ने नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में कार्यरत एक पाकिस्तानी अधिकारी को भारत में अपने आधिकारिक दर्जे के अनुरूप गतिविधियों में संलिप्त होने के कारण अवांछित व्यक्ति घोषित किया गया है. अधिकारी को 24 घंटे के भीतर भारत छोड़ने को कहा गया है.”
भारत ने 7 मई को शुरु किया था ऑपरेशन सिंदूर
मालूम हो कि भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था, जिसके तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में कई आतंकी ठिकानों पर हमला किया गया था. यह हमला 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए घातंकी हमले का बदला लेने के लिए किया गया था, जिसमें 26 पर्यटक मारे गए थे. भारतीय सेना ने 100 से ज़्यादा आतंकवादियों को मार गिराने के अलावा, इन हमलों में पाकिस्तान के अंदर 11 एयर बेस को निशाना बनाया था और उनकी सैन्य क्षमताओं को काफी नुकसान पहुंचाया था. हवाई, जमीनी और समुद्री अभियानों को संयमित तरीक़े से अंजाम दिया गया, जिसमें नागरिकों की कम से कम हताहत होने पर ज़ोर दिया गया.