Bangladesh Violence: बांग्लादेश में हिंदू युवक दीपू दास की हत्या के विरोध में सनातनी एकजुट हैं. भारत में शहर-शहर प्रोटेस्ट हो रहा है. इस बीच दीपू दास की हत्या पर बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने ऑडियो बाइट जारी किया है. शेख हसीना ने कहा कि दीपू दास पर झूठा इल्ज़ाम लगाया गया. उसने नबी की बेइज्जती की, इसका सबूत कोई नहीं दे पाया… इतना ही नहीं, जिस तरह से उसकी हत्या की गई, उस पर शेख हसीना ने पूछा कि ये वहशी लोग कहां से आए हैं… क्या ये वही लोग हैं, जिन्हें उन्होंने खिलाया-पिलाया और पढ़ाया-लिखाया?.. इतना ही नहीं उन्होंने दीपू दास के परिवार से धैर्य रखने की अपील की और कहा कि जब तक जिंदा हूं, तब तक इंसाफ दिलाने का काम करूंगी…
उन्होंने कहा कि मोहम्मद युनूस की सरकार गैर जिम्मेदाराना तरीका अपना रही है. यह मौजूदा अंतरिम सरकार के तहत बढ़ते कट्टरपंथी प्रभाव को दर्शाते हैं. शेख हसीना ने कहा कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार और उसके मुखिया मोहम्मद युनूस के पास विदेश नीति को दोबारा दिशा देने का कोई जनादेश नहीं है. मौजूदा सरकार के पास ऐसे रणनीतिक फैसले लेने का अधिकार नहीं है. जिनका असर आने वाले पीढ़ियों पर पड़े. उन्होंने कहा कि भारत और बांग्लादेश के रिश्ते बुनियादी हैं और ये इस अंतरिम सरकार के जाने के बाद भी कायम रहेंगे.