Nepal Social Media Ban: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों पर रोक लगाए जाने से नेपाल में लोगों का क्रोशित चरम पर पहुंच गया है. लोगों में जबरदस्त आक्रोशित दिख रहा है. नेपाल सरकार द्वारा कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों पर रोक लगाए जाने के बाद सोमवार को राजधानी काठमांडू घाटी सहित देश भर के कई शहरों में आक्रोशित युवा विरोध-प्रदर्शन करते हुए नेपाल की संसद में घुस गए. इस दौरान पुलिस की गोलीबारी में कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई है और 40 से अधिक घायल बताए जा रहे हैं.
पूरे इलाके में लगाया गया कर्फ्यू
मामले की गंभीपता को देखते हुए पुलिस ने पूरे इलाके में कर्फ्यू लगाया हुआ है. नेपाली अखबार रिपब्लिका के अनुसार, युवा प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस की ओर से हवा में गोलियां चलाने और दर्जनों रबर की गोलियों का इस्तेमाल करने से कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई और तीन पत्रकारों सहित सैकड़ों अन्य घायल हो गए.
#WATCH | Nepal | Protest turned violent in Kathmandu as people staged a massive protest outside Kathmandu Parliament against the ban on Facebook, Instagram, WhatsApp and other social media sites, leading to clashes between police and protesters. pic.twitter.com/61D5wK3ZTB
— ANI (@ANI) September 8, 2025
जानकारी के मुताबिक, एक पत्रकार श्याम श्रेष्ठ को भी गोली लगी है, जिसका सिविल हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है. वहीं, अब हालात बिगड़ता देख सेना ने मोर्चा संभाल लिया है और प्रदर्शनकारियों को हटाना शुरू कर दिया है.
उधर, प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बैरिकेड्स तोड़कर और गेट फांदकर न्यू बानेश्वर स्थित संघीय संसद परिसर में धावा बोल दिया. प्रदर्शनकारियों ने पहले शांति बनाए रखने का संकल्प लिया था, लेकिन पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया. इसके बाद हालात बेकाबू हो गए.
#WATCH | Nepal | Protestors vandalise the Parliament gate as the protest turned violent in Kathmandu, as people staged a massive protest against the ban on Facebook, Instagram, WhatsApp and other social media sites, leading to clashes between police and protesters pic.twitter.com/dkh9Mg7BGc
— ANI (@ANI) September 8, 2025
पुलिस ने कहा- नौ लोगों की मौत
नेपाल पुलिस ने कहा, “काठमांडू में फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया साइटों पर प्रतिबंध के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन के कारण पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें हुईं, जिसमें 9 लोगों की मौत हो गई.”
मालूम हो कि प्रधानमंत्री केपी ओली की सरकार ने 4 सितंबर को फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब, वॉट्सऐप, रेडिट और X जैसे 26 सोशल मीडिया ऐप्स पर बैन लगा दिया था.
युवाओं को ओली ने दिया अल्टीमेटम
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने युवाओं के प्रदर्शन पर चेतावनी देते हुए कहा है कि उन्हें मालूम होना चाहिए कि प्रदर्शन की क्या कीमत चुकानी पड़ती है.
नेपाली अखबार द हिमालयन के अनुसार, नेपाल की सरकार ने कहा है कि सोशल मीडिया पर लगे बैन को तब हटाया जाएगा, जब फेसबुक, यूट्यूब सरीखे कंपनियां नेपाल में अपना दफ्तर नहीं खोल लेती हैं.
ओली सरकार का कहना है कि सोशल मीडिया सेवाएं देने वाली कंपनियां नेपाल में आकर रजिस्ट्रेशन कराएं और धांधली व गड़बड़ी को रोकने के लिए एक सिस्टम तैयार करे. मालूम हो कि नेपाल में अब तक सिर्फ टिकटॉक, वाइबर, निम्बज, विटक और पोपो लाइव ने ही कंपनी रजिस्ट्रार ऑफिस में रजिस्ट्रेशन कराया है.