बिहार विधानसभा चुनाव में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय होते ही एनडीए में अंदरूनी खींचतान शुरू हो गई है. गठबंधन के घटक दलों में सीट बंटवारे को लेकर असंतोष अब खुलकर सामने आने लगा है. इसी कड़ी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने जेडीयू के 14 उम्मीदवारों को चुनावी सिंबल सौंप दिए हैं. सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि जिन सीटों पर लोजपा (रामविलास) को उम्मीदवार उतारने थे, वहां भी जेडीयू ने अपने प्रत्याशी मैदान में उतार दिए हैं.
जेडीयू ने लोजपा के खाते में गई तीन प्रमुख सीटों गायघाट, राजगीर और सोनबरसा पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं. ये सीटें पहले से ही जेडीयू के प्रभाव क्षेत्र में रही हैं, लेकिन इस बार सीट बंटवारे के तहत चिराग पासवान की पार्टी को दी गई थीं. बावजूद इसके, नीतीश कुमार ने इन पर फिर से अपने प्रत्याशी उतारकर सियासी समीकरणों को नया मोड़ दे दिया है.
गायघाट में चिराग से छीन लिया सिंबल और उम्मीदवार
नीतीश कुमार ने गायघाट विधानसभा सीट पर चिराग पासवान को दोहरी पटखनी दी है. नीतीश कुमार ने इस सीट से ना सिर्फ चिराग का सिंबल छीन लिया, बल्कि उनके उम्मीदवार को भी अपने पाले में कर लिया. गायघाट सीट से जदयू ने लोजपा सांसद वीणा देवी की बेटी कोमल सिंह को जदयू का उम्मीदवार बनाया है.
राजगीर पर नहीं होने देंगे किसी का कब्जा
सीट शेयरिंग में राजगीर सीट चिराग पासवान के खाते में गई थी. लेकिन, अब नीतीश कुमार ने यहां से भी अपना उम्मीदवार उतार दिया है. जदयू ने राजगीर सीट से कौशल किशोर को अपना उम्मीदवार बनाते हुए सिंबल दिया है. इसके अलावा बिहार के सीएम और जदयू के मुखिया नीतीश कुमार सोनबरसा विधानसभा सीट से रत्नेश सदा को चुनावी मैदान में उतारा है.
जदयू ने इन नेताओं को बांटे सिंबल
मसौढ़ी सीट- अरुण मांझी
फुलवारीशरीफ सीट- श्याम रजक
गायघाट सीट- कोमल सिंह
कुचायकोट सीट- अमरेंद्र पांडे
मांझी सीट- रणधीर सिंह
हथुआ सीट- रामसेवक सिंह
आलमनगर सीट- नरेंद्र नारायण
सूर्यगढ़ा सीट- रामानंद मंडल
जमालपुर सीट- नचिकेता मंडल
मटिहानी सीट- राजकुमार सिंह
राजगीर सीट- कौशल किशोर
हसनपुर सीट- राजकुमार राय
बरौली सीट- मंजीत सिंह
बेलदौर सीट- पन्ना सिंह पटेल
101 सीटों पर जदयू-बीजेपी उतारेगी उम्मीदवार
इसके अलावा बीजेपी ने भी अपनी 71 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. सीट शेयरिंग के हिसाब से बीजेपी कुल 101 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी. इसलिए बीजेपी अभी भी 30 और सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी. इसके अलावा नीतीश कुमार की पार्टी जदयू को भी 101 सीटें दी गई हैं. वहीं चिराग पासवान को 29 सीटें दी गई हैं. उपेंद्र कुशवाहा को 6 और जीतन राम मांझी को 6 सीटें दी गई हैं.
नीतीश कुमार को साइड करना चाहती है बीजेपी- विपक्ष
बिहार की राजनीति में इस समय सीट बंटवारे को लेकर एनडीए के भीतर मतभेद की चर्चाएं जोरों पर हैं. राजनीतिक गलियारों में अटकलें लगाई जा रही हैं कि इस बार सीट शेयरिंग फॉर्मूले से जदयू प्रमुख और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूरी तरह संतुष्ट नहीं हैं. आमतौर पर एनडीए में “बड़े भाई” की भूमिका निभाने वाली जदयू को इस बार बीजेपी के बराबर 101 सीटें दी गई हैं, जिसे लेकर नीतीश की नाराज़गी की अटकलें लगाई जा रही हैं.
विपक्ष का कहना है कि बीजेपी इस विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार को साइड करना चाहती है. विपक्ष के मुताबिक बीजेपी इस विधानसभा चुनाव में ऐसा खेल रच रही है जिससे जदयू को कम से कम सीटें आए. वहीं एनडीए के बाकी घटक दलों को इतनी सीटें आ जाए कि वो बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाने में सक्षम हो. ताकि नीतीश कुमार को किनारे लगाया जा सके.