Amarnath Yatra 2025: इस साल अमरनाथ यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या 4 लाख के पार पहुंच गई है. गुरुवार को बालटाल आधार शिविर से श्रद्धालुओं को आगे बढ़ने की अनुमति मिलने के बाद यह आंकड़ा पार हुआ. जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस उपलब्धि की जानकारी दी.
मनोज सिन्हा ने बताया ‘चमत्कार’
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “बाबा अमरनाथ असंभव को भी संभव बनाते हैं. उनके आशीर्वाद से गुरुवार को पवित्र यात्रा ने 4 लाख का आंकड़ा पार कर लिया है. मैं इस चमत्कार के लिए भगवान शिव को नमन करता हूं और पवित्र यात्रा को श्रद्धालुओं के लिए एक दिव्य अनुभव बनाने में शामिल सभी लोगों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करता हूं.”
उन्होंने लिखा, “देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं का रिकॉर्ड संख्या में दर्शन और आगमन भारत की एकता और चुनौतियों पर विजय पाने के उसके संकल्प का प्रमाण है. मैं उन श्रद्धालुओं का हृदय से आभारी हूं, जिन्होंने अपार आस्था दिखाई है और हमारी अमूल्य आध्यात्मिक विरासत को सुदृढ़ किया है.”
यह दिव्य यात्रा अतुलनीय है
उपराज्यपाल ने एक अन्य पोस्ट में लिखा, “यह दिव्य यात्रा अतुलनीय है, इसलिए नहीं कि यह कठिन और चुनौतीपूर्ण है, बल्कि इसलिए कि यह परमानंद की एक अद्वितीय यात्रा है. यह एक आध्यात्मिक अनुभव है और भक्तों को स्वयं को जानने का अवसर देता है, गहरी आस्था का संचार करता है और हृदयों को अनंत कृतज्ञता से भर देता है.”
श्रद्धालुओं की आवाजाही की गई थी स्थगित
गुरुवार सुबह (Amarnath Yatra 2025) जम्मू स्थित भगवती नगर यात्री निवास से श्रद्धालुओं की आवाजाही स्थगित कर दी गई थी, लेकिन बाद में गंदेरबल जिले के बालटाल आधार शिविर से श्रद्धालुओं को अमरनाथ गुफा की ओर जाने की अनुमति दे दी गई. यात्री गुफा मंदिर तक, पारंपरिक पहलगाम मार्ग या छोटे बालटाल मार्ग के जरिए पहुंचते हैं. पहलगाम की ओर से यात्रा करने वालों को गुफा मंदिर तक पहुंचने में चार दिन लगते हैं, जबकि बालटाल आधार शिविर का उपयोग करने वाले श्रद्धालु दर्शन करने के बाद उसी दिन कैंप में लौट आते हैं.