आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (CCEA) ने बुधवार को महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश में 7,000 करोड़ रुपये से अधिक की रेल और सड़क परियोजनाओं को मंजूरी दे दी. मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में 3,399 करोड़ रुपये की लागत वाली मल्टी-ट्रैकिंग रेल परियोजनाएं शुरू की जाएंगी, जिनके 2029-30 तक पूरा होने की उम्मीद है, जबकि बाडवेल से नेल्लोर (आंध्र में) तक चार लेन वाले राजमार्ग गलियारे की अनुमानित लागत 3,653 करोड़ रुपये है. मंजूर की गई बहु-ट्रैकिंग रेल परियोजनाओं में रतलाम-नागदा कॉरिडोर (मध्य प्रदेश) में लाइन चौगुनी करना (तीसरी और चौथी रेल लाइन का निर्माण) और वर्धा-बल्हारशाह (महाराष्ट्र में) कॉरिडोर में चौथी लाइन का निर्माण शामिल है.
ये दोनों परियोजनाएं इन दो राज्यों के 4 जिलों को कवर करेंगी और रेलवे नेटवर्क में 176 किलोमीटर की दूरी जोड़ेगी. इस परियोजना से 784 गांवों तक कनेक्टिविटी बढ़ेगी, जिनकी आबादी करीब 19.74 लाख है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के मुताबिक, ये कोयला, सीमेंट, क्लिंकर, जिप्सम, फ्लाई ऐश, कंटेनर, कृषि वस्तुओं और पेट्रोलियम उत्पादों आदि जैसी वस्तुओं के परिवहन के लिए आवश्यक मार्ग हैं. क्षमता वृद्धि कार्यों के परिणामस्वरूप प्रति वर्ष 18.4 मिलियन टन (एमटीपीए) की अतिरिक्त माल यातायात होगा. उन्होंने एक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा, “रेलवे पर्यावरण अनुकूल और ऊर्जा कुशल परिवहन का साधन होने के कारण, जलवायु लक्ष्यों को प्राप्त करने और देश की रसद लागत को कम करने, तेल आयात (20 करोड़ लीटर) को कम करने और सीओ 2 उत्सर्जन (99 करोड़ किलोग्राम) को कम करने में मदद करेगा.”
बडवेल-नेल्लोर कॉरिडोर परियोजना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सीसीईए ने डिजाइन-बिल्ड-फाइनेंस-ऑपरेट-ट्रांसफर (डीबीएफओटी) मोड के तहत एनएच (67) पर आंध्र प्रदेश में 3,653.10 करोड़ रुपये की लागत से चार लेन वाले बडवेल-नेल्लोर कॉरिडोर (108.134 किमी) के निर्माण को मंजूरी दे दी है.
प्रस्तावित गलियारा आंध्र प्रदेश के तीन औद्योगिक गलियारों में महत्वपूर्ण नोड्स को जोड़ेगा – विशाखापत्तनम-चेन्नई औद्योगिक गलियारा (वीसीआईसी) पर कोप्पार्थी नोड, हैदराबाद-बेंगलुरु औद्योगिक गलियारा (एचबीआईसी) पर ओर्वाकल नोड, और चेन्नई-बेंगलुरु औद्योगिक गलियारा (सीबीआईसी) पर कृष्णपट्टनम नोड.
अश्विनी वैष्णव के अनुसार, इसका देश के लॉजिस्टिक परफॉर्मेंस इंडेक्स (एलपीआई) पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा. बडवेल-नेल्लोर कॉरिडोर वाईएसआर कडप्पा जिले में एनएच-67 पर गोपावरम गांव से शुरू होता है और एसपीएसआर नेल्लोर जिले में एनएच-16 (चेन्नई-कोलकाता) पर कृष्णापट्टनम पोर्ट जंक्शन पर समाप्त होता है.
उन्होंने कहा, “यह कृष्णापटनम बंदरगाह को रणनीतिक संपर्क भी प्रदान करेगा, जिसे चेन्नई-बेंगलुरु औद्योगिक गलियारे के तहत प्राथमिकता नोड के रूप में पहचाना गया है.” उन्होंने कहा कि प्रस्तावित गलियारा कृष्णपटनम बंदरगाह की दूरी को 33.9 किमी कम कर देगा (मौजूदा बडवेल-नेल्लोर सड़क की तुलना में 142 किमी से 108.13 किमी तक).