रांची विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट सभागार हाल में गुरुवार को देवर्षि नारद जयंती सह पत्रकार सम्मान समारोह (Devarshi Narad Jayanti cum Journalist Honor Ceremony) का आयोजन किया गया. इसके अलावा जागरण पत्रिका बिरसा हुंकार के नये स्वरूप का लोकार्पण भी किया गया. कार्यक्रम की शुरूआत देवर्षि स्तुति एवं दीप प्रज्वलित से हुई. विश्व संवाद झारखंड के अध्यक्ष रामअवतार नारसरिया ने तीन पत्रकारों के नामों की घोषणा की.
उन्होंने कहा, जो पत्रकार राज्य औऱ देशहित में काम करते हैं, वैसे पत्रकारों को चिन्हित कर सम्मानित किया जा रहा है. एक वरिष्ठ पत्रकार ,महिला पत्रकार और नये पत्रकार को सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पद्मश्री अशोक भगत, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर उपस्थित थे.
विश्व संवाद केंद्र झारखंड के अध्यक्ष रामअवतार नारसरिया ने घोषणा करते हुए बताया कि तीनों पत्रकारों का चयन राज्य व देशहित में उल्लेखनीय कार्य करने के आधार पर किया गया है.
पद्मश्री अशोक भगत ने नारद को बताया पहला पत्रकार
विकास भारती के सचिव एवं पद्मश्री अशोक भगत (Padmashree Ashok Bhagat) ने कहा, देवर्षि नारद तीनों लोकों में संवाद स्थापित करने वाले पहले पत्रकार थे. वे सकारात्मक संवाद के प्रतीक थे. पत्रकारिता का मूल उद्देश्य है कहां, क्या और कैसे कहना है, यह समझदारी जरूरी है.
सोशल मीडिया पर भी रखी राय
पद्मश्री अशोक भगत ने कहा कि आज सोशल मीडिया ने पत्रकारिता की दिशा और भविष्य को काफी प्रभावित किया है. इस क्षेत्र में युवाओं को सतर्क और जिम्मेदार रहना चाहिए.