Kullu Adventure Sports Ban: हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में आई बाढ़ के बाद सभी प्रमुख एडवेंचर गतिविधियों को 30 सितंबर 2025 तक के लिए स्थगित कर दिया गया है. जिला पर्यटन विकास अधिकारी ने एक आधिकारिक अधिसूचना जारी कर यह फैसला लिया है. बाढ़ से ब्यास नदी के राफ्टिंग पॉइंट्स और पैराग्लाइडिंग लैंडिंग साइट्स को भारी नुकसान पहुंचा है, जिससे इन गतिविधियों को असुरक्षित घोषित किया गया है.
स्टार्ट और फिनिश प्वॉइंट्स असुरक्षित, दोभी क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित
जारी अधिसूचना के अनुसार, रिवर राफ्टिंग और पैराग्लाइडिंग जैसी साहसिक गतिविधियों के स्टार्ट और एंड पॉइंट्स अब सुरक्षित नहीं रह गए हैं. खासतौर पर दोभी और उसके आसपास के क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुए हैं, जहां की पैराग्लाइडिंग लैंडिंग साइट्स को गंभीर नुकसान पहुंचा है.
मौसम खराब, भारी जलप्रवाह से और बढ़ा खतरा
स्थानीय प्रशासन के मुताबिक, लगातार बिगड़ते मौसम और तेज जलप्रवाह भविष्य में इन गतिविधियों को और भी अधिक जोखिमपूर्ण बना सकते हैं. इसी कारण, प्रशासन ने रिवर राफ्टिंग, पैराग्लाइडिंग, जिपलाइनिंग, रिवर क्रॉसिंग जैसी सभी साहसिक गतिविधियों को आगामी आदेश तक या 30 सितंबर 2025 तक रोकने का निर्णय लिया है.
सभी ऑपरेटरों को सख्त निर्देश
पर्यटन विभाग ने सभी एडवेंचर एक्टिविटी ऑपरेटरों, पायलटों, गाइड्स और स्टाफ को आदेश दिया है कि वे इस निर्देश का सख्ती से पालन करें. यदि किसी भी प्रकार की अप्राधिकृत या असुरक्षित गतिविधि पाई जाती है, तो संबंधित नियमों के अंतर्गत कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
पर्यटकों और स्थानीयों से अपील
पर्यटन विभाग ने स्थानीय निवासियों और पर्यटकों से अनुरोध किया है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और असुरक्षित क्षेत्रों में जाने से बचें. यह कदम जन सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है, ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना को टाला जा सके.
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