Karnataka : वर्तमान समय में कर्नाटक की कलबुर्गी सेंट्रल यूनिवर्सिटी की छात्राओं को फील्ड ट्रिप के दौरान हिजाब पहनने के लिए मजबूर करने के आरोप लगे हैं. जानकारी के मुताबिक, हैदराबाद के एक NGO लीगल राइट्स प्रोटेक्शन फ़ोरम ने यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार रुद्र गौड़ा पाटिल को एक पत्र के माध्यम से कहा कि हिस्ट्री और आर्कियोलॉजी के असिस्टेंट प्रोफेसर अब्दुल मजीद ने जानबूझकर फील्ड ट्रिप के दौरान मुस्लिम स्मारकों का दौरा करवाया. इसके साथ ही मजार में जाने से पहले छात्राओं को सर ढकने को कहा. बता दें कि इस फील्ड ट्रिप में कलबुर्गी और बीदर के स्टूडेंट्स को शामिल किया गया.
रिपोर्ट के आधार पर होगी कार्रवाई
इस मामले को लेकर यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार रुद्र गौड़ा पाटिल का कहना हे कि अभी तक किसी भी स्टूडेंट ने कोई आपत्ति दर्ज नहीं करवाई है. लेकिन NGO की शिकायत के मद्देनजर एक समिति का गठन किया गया है. जो कि इन कही गई बातों के जांच करने के बाद रिपोर्ट देगी. ऐसे में उस रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी.
हिजाब को लेकर पहले भी हुआ विवाद
प्राप्त जानकारी के अनुसार बता दें कि पहले भी कर्नाटक में हिजाब की वजह से विवाद हो चुका है. बीते कुछ समय पहले 2021 में उडुपी जिले के एक सरकारी प्री-यूनिवर्सिटी (PU) कॉलेज में कुछ मुस्लिम छात्राओं को हिजाब पहनने के कारण कक्षा में प्रवेश करने से रोक दिया गया था. उसके बाद जनवरी 2022 में यह मामला सुर्खियों में आया और तेजी से पूरे राज्य में फैल गया.
छात्रों को किया गया निलंबित
ऐसे में इसे लेकर प्रशासन ने कहा कि छात्र कर्नाटक सरकार के दिशानिर्देशों का पालन कर रहे थे, जो छात्रों के बीच एकरूपता सुनिश्चित करने के लिए थे. लेकिन उन छह छात्राओं ने इस नीति के खिलाफ विरोध शुरू किया. इसके साथ ही 2 जनवरी 2022 को उन्हें निलंबित कर दिया गया. इस दौरान उन छात्राओं ने दावा करते हुए कहा कि हिजाब पहनना उनका धार्मिक और मौलिक अधिकार है, बाद में कुछ हिंदू छात्रों ने हिजाब के विरोध में भगवा शॉल पहनकर जवाबी प्रदर्शन शुरू किए, जिससे सांप्रदायिक तनाव बढ़ गया.
इसे भी पढ़ें :- आचार्य प्रमोद कृष्णम ने ‘INDIA’ गठबंधन और Rahul Gandhi पर साधा निशाना, जानिए क्या कहा?