Cloud burst: हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में देर रात बादल फटने से लोग दहशत में आ गए. घटना रात करीब डेढ़ बजे की बताई जा रही है. बादल फटने से यहां 3 मकान और कई गाड़ियां पानी और मलबे में बहने की सूचना मिली है. हालांकि राहत की बात यह है कि अब तक किसी भी तरह की हताहत(जनहानि) की सूचना नहीं है. यहां के स्थानीय का कहना है कि घटना के वक्त लोग गहरी नींद में थे, लेकिन तेज आवाज और पानी के बहाव से अफरा-तफरी मच गई.
देर रात मूसलाधार बारिश का कहर
मिली जानकारी के मुताबिक मंडी और कुल्लू की सीमा पर भुभू जोत पहाड़ पर करीब डेढ़ बजे बादल फट गया. पहाड़ के एक तरफ कुल्लू जिला की लगघाटी है और दूसरी तरफ मंडी जिला की चौहार घाटी है. कुल्लू घाटी में तीन मकान और कई गाड़ियां मलबे में बह गए जबकि दूसरी तरफ मंड़ी के चौहार घाटी के सिल्हबुधानी, कुंगड और स्वार गांव में रात मूसलाधार बारिश हुई. जिसमें एक दुकान, दो मछली फ़ार्म, 3 फ़ुटब्रिज और सैकड़ों बीधा जमीन बर्बाद हो गईl
भूस्खलन से 400 सड़कें बंद
हिमाचल प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश कारण कई जगहों पर भूस्खलन से तीन राष्ट्रीय राजमार्गों समेत 400 सड़कें बंद हो गईं. हालांकि, इसमें किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है. सतलुज नदी के कटाव और भूस्खलन के कारण शिमला ज़िले के सुन्नी क्षेत्र में टाटी-पानी के पास शिमला-मंडी मार्ग बंद हो गया है. सड़क की चौड़ाई घटकर 1.5 मीटर रह गई है, जिससे यह सड़क वाहनों की आवाजाही के लिए खतरनाक हो गई है.
प्रशासन अलर्ट पर
घटना की सूचना मिलने पर स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीम मौके पर पहुंच गई है. मलबा हटाने और बंद सड़कों को खोलने का काम किया जा रहा है. फिलहाल किसी जानमाल के नुकसान की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन हालात को देखते हुए प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने के निर्देश दिए है.
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