‘हमसे शरीयत छीनने की कोशिश की जा रही…’, समान नागरिक संहिता पर सामने आई ओवैसी की प्रतिक्रिया

Abhinav Tripathi
Sub Editor, The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Owaisi on Muslim Marriage Act: पूरे देश में समान नागरिक संहिता यानी UCC को लेकर चर्चाएं की जा रही हैं. इसी महीने पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में धामी सरकार ने राज्य में यूसीसी कानून को विधानसभा में पास करके लागू कर दिया है. जहां एक ओर इस कानून पर चर्चा की जा रही है, तो दूसरी ओर इस कानून पर बयानों का सिलसिला जारी है.

इन सब के बीच हैदराबाद के सांसद और AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने यूसीसी पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. इसी के साथ उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार इस कानून को लागू करके हमसे शरियत को छीनना चाहते हैं. ओवैसी ने असम के सीएम को लेकर भी अपनी बातों को रखा. आइए आपको बताते हैं क्या कुछ उन्होंने कहा…

मुस्लिम मैरेज एक्ट पर क्या बोले ओवैसी?

मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के अनुसार AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने असम के सीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि असम के सीएम तेलंगाना और हैदराबाद का दौरा कर रहे हैं, उन्हें पहले उनके राज्य का हाल ठीक करना चाहिए. ओवैसी ने असम में मुस्लिम मैरेज एक्ट पर भी अपनी बातों को रखा. AIMIM के प्रमुख ने कहा कि मोदी जी,मेरी बहनें मेरी बहनें कहते हैं, फिर बहनों को मेहर नहीं मिलना क्या? उन्होंने पूछा कि अगर शादी स्पेशल मैरेज ऐक्ट की तारीख से होगी तो जायदाद का बंटवारा मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड की तरफ से नहीं होगा. ओवैसी ने कहा कि हमसे शरियत को छीनना चाहते है.

सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने आगे कहा कि मेहर शादी के समय दे रहे हैं, वरना बाद मे तो लिखना पड़ता है, लेकिन अब मेहर ही गायब हो गया. इतना ही नहीं ओवैसी ने सवाल करते हुए कहा कि मुस्लिम महिलाओं से बड़ी मोहब्बत है, मित्रों कहने वाले वजीर ए आजम की बहनों को मेहर नहीं मिलना क्या? ओवैसी ने आगे ये भी कहा कि हर राज्य अपना कानून ला रहा है तो समान नागरिक संहिता की क्या जरूरत है?

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