PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को कर्नाटक के उडुपी में कई प्रोग्राम में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे हैं. जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रोड शो शुरू हुआ. हजारों लोग सड़कों पर खड़े नजर आए, जो काफिले के गुजरने पर खुशी मना रहे थे. जुलूस का रास्ता भगवा झंडों, झंडियों और बैरिकेड्स से ढका हुआ था.
14 साल बाद उडुपी पहुंचे हैं PM Modi
पीएम मोदी 14 साल बाद उडुपी पहुंचे हैं. इससे पहले वे उडुपी तब आए थे, जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे. गवर्नर थावरचंद गहलोत, राज्यसभा सदस्य और धर्माधिकारी वीरेंद्र हेगड़े, शहरी विकास मंत्री बिरथी सुरेश और भाजपा के स्टेट प्रेसिडेंट बीवाई विजयेंद्र धार्मिक प्रोग्राम में हिस्सा लेंगे. इस दौरान कल्चरल परफॉर्मेंस देखने के लिए तीन व्यूइंग पॉइंट बनाए गए हैं. पांच किलोमीटर के दायरे में दुकानें और कमर्शियल जगहें बंद कर दी गई हैं. प्रधानमंत्री उडुपी में होने वाले ‘लक्षकंठ गीता’ सामूहिक जाप प्रोग्राम में हिस्सा ले रहे हैं. वह माधवा सरोवर जाएंगे, भगवान के दर्शन करेंगे और एक खास पूजा करेंगे. प्रधानमंत्री मठ में दिव्य ‘कनकना किंडी’ के लिए ‘कनक कवच’ (सोने का आवरण) का अनावरण करेंगे.
क्या है कनकना किंडी की कहानी
कनकना किंडी की कहानी 16वीं सदी के कवि-संत कनकदास से जुड़ी है, जिन्हें उनकी नीची जाति के कारण उडुपी श्री कृष्ण मंदिर में एंट्री नहीं दी गई थी. बाहर से प्रार्थना करते हुए, उनकी गहरी भक्ति ने मंदिर में भगवान कृष्ण की मूर्ति को हिला दिया, जो चमत्कारिक रूप से घूमकर उनकी ओर मुड़ गई थी. दीवार में एक दरार आ गई जिससे कनकदास भगवान को देख पाए. इस जगह को बाद में एक छोटी खिड़की बना दिया गया, जिसका नाम कनकना किंडी रखा गया.
ऐतिहासिक गीता पाठ कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे पीएम
मंदिर जाने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ऐतिहासिक गीता पाठ कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे, जहां 1 लाख से ज्यादा लोग (जिनमें छात्र, साधु, विद्वान और अलग-अलग तरह के लोग शामिल हैं) एक आवाज में भगवद गीता का पाठ करेंगे. वह इकट्ठा हुए लोगों को संबोधित भी करेंगे. किसी भी अनहोनी को रोकने के लिए उडुपी शहर और उसके आसपास 3,000 से ज्यादा पुलिसवालों को तैनात किया गया है. बैरिकेड्स की दो लेयर लगाई गई हैं. एक पुलिस सुरक्षा के लिए और दूसरी आम लोगों के लिए. पीएम का पद संभालने के बाद यह प्रधानमंत्री मोदी का श्री कृष्ण मठ का पहला दौरा है.