Rajasthan Weather : वर्तमान समय में राजस्थान में भार बारिश का कहर है. बता दें कि राजस्थान के तीन जिलों को छोड़कर पूरे राज्य में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. जानकारी के मुताबिक, राजस्थान के कोटा, बूंदी, बारां, प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़ और झालावाड़ में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य के 18 जिलों में बारिश की आशंका के मद्देनजर स्कूल कॉलेज बंद रहेंगे. इसके साथ ही बारिश इतनी तेज है कि बाढ़ की वजह से तमाम जगहों पर हादसे हो रहे हैं.
ग्रामीण इलाकों में बाढ़ के संकेत
जानकारी देते हुए बता दें कि राजस्थान के सवाई माधोपुर में पिछले दो दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है. भारी बारिश के कारण लोगों के जीवन अस्त-व्यस्त है. लगातार हो रही बारिश का असर अब उनके आर्थिक स्थिति को भी प्रभावित कर रहा है बाढ़ के वजह से मध्य प्रदेश जाने वाला हाईवे भी बंद हो गया है. इसके साथ ही कई इलाकों में 3 से 4 फीट तक पानी भरा है. ऐसे में दो-तीन दिनों में लगातार बारिश के चलते जिले के शहरी और ग्रामीण इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं.
कई जगहों से तो जिला मुख्यालय का संपर्क टूट गया है, क्योंकि बारिश के कारण सड़कें जलमग्न हो गई हैं और बाजारों में पानी भर गया है. बता दें कि हालात को देखते हुए जिला प्रशासन ने 2 अगस्त तक स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है.
ग्रामीण इलाके में खाने-पीने की भी बढ़ी मुश्किलें
कुछ समय से हो रही तेज मूसलाधार बारिश के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में खेत तालाब बन चुके हैं. समरानियां के बिजली ग्रिड स्टेशन में पानी भरने से आसपास के इलाके दो दिनों से अंधेरे में हैं और केलवाड़ा के साथ कई और बस्तियों में पानी घरों में घुस गया है, इससे लोगों के खाने-पीने के मुश्किलें भी बढ़ गई है.
क्षेत्रों में राहत, बचाव कार्य शुरू
बारिश के चलते जिला कलेक्टर रोहिताश्व सिंह तोमर निर्देश देते हुए कहा कि सभी विभाग वाले इस मूसलाधार बारिश से सतर्कता बरतें. बता दें कि प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव का काम शुरू हो गया है. इसके साथ ही एडीएम शाहाबाद जबर सिंह ने बिलोदा मामली गांव के हालात का जायजा लिया. वहीं मध्यप्रदेश के कलोरा तालाब के टूटने की आशंका को देखते हुए सीमावर्ती गांवों को खाली कराया जा रहा है.
आपदा से निपटने के लिए टीमें की गई तैनात
स्थानीय लोंगों से प्रशासन की ओर से अपील की गई है कि लोग भारी बारिश के दौरान अनावश्यक बाहर न निकलें और सतर्क रहें. साथ ही जिला प्रशासन ने प्रभावित लोगों के लिए रहने, खाने और राशन की व्यवस्था शुरू कर दी है. फिलहाल बारां में हालात अभी भी गंभीर है और प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में है. भारी बारिश से किसी भी आपदा से निपटने के लिए टीमें तैनात कर दी गई हैं.
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